तुर्की राष्ट्रपति ने बदला अपने देश का नाम, जानिये इसके पीछे की वजह
न्यूज़ डेस्क: तुर्की राष्ट्रपति….
तुर्की ने स्वतंत्र गणराज्य बनने के 100 वर्ष बाद अब अपने देश का नाम बदलने का निर्णय लिया है। इस संबंध में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैईप एर्दोगन (Recep Tayyip Ardogan) ने पिछले माह एक आधिकारिक तौर पर रीब्रांडिंग की घोषणा करते हुए कहा था कि “तुर्किये (Türkiye) नाम देश की संस्कृति और सभ्यता की सब से अच्छे तरीक़े से प्रतिनिधित्व है।” रेसेप तईप एर्दोगन ने निर्देश दिया कि “देश में बने सभी सामानों को ‘मेड इन तुर्किये’ (Made In Türkiye) के रूप में लेबल किया जाए जो कि अभी तक देश के कुछ ही ब्रांड कर रहे हैं।
हालांकि तुर्क नागरिक हमेशा से अपने देश को तुर्किये (Türkiye) ही कहते आ रहे हैं लेकिन वैश्विक स्तर इसे तुर्की (Turkey) कहा जाता है। राष्ट्रपति तैईप एर्दोगान द्वारा अपने देश के नाम को Turkey के बजाए Türkiye किये जाने की अधिकांशतः नागरिकों, सरकारी, ग़ैर सरकारी संस्थाओं और समूहों ने प्रशंसा की है। तुर्की राष्ट्रपति द्वारा देश के नाम बदलने का मक़सद केवल अपनी प्रामाणिक पहचान की व्यापक मान्यता के लिए किया है। जबकि कुछ अन्य देशों ने राजनीतिक कारणों से ऐसा किया है तो कुछ देशों ने अपने औपनिवेशिक युग के समाप्त होने के बाद अपने देश के नामों को बदला है।
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