Press "Enter" to skip to content

Ayodhya School Girl Gangrape Case: अयोध्या के स्कूल में छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या, दुष्कर्म के बाद छत से फेंकी गयी थी छात्रा, पीएम रिपोर्ट में आयी छात्रा के साथ दरिंदगी होने की बात

Ayodhya School Girl Gangrape Case: अयोध्या के स्कूल में छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या, दुष्कर्म के बाद छत से फेंकी गयी थी छात्रा, पीएम रिपोर्ट में आयी छात्रा के साथ दरिंदगी होने की बात

 

 

अयोध्या: Ayodhya School Girl Gangrape Case- अयोध्या शहर के एक सनबीम नाम के स्कूल में छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में चौंका देने वाला ख़ुलासा हुआ है। दरअसल जिस छात्रा की स्कूल की छत से गिरकर सामान्य मौत होने की बात कही जा रही थी, वास्तव में छात्रा के साथ स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म जैसी दरिंदगी करने के बाद छात्रा को छत से फेंका गया था।Ayodhya School Girl Gangrape Case

क्योंकि छात्रा की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आयी है, उसमें छात्रा के दरिंदगी किये जाने की पुष्टि हुई है। अब स्कूल प्रबंधक, स्कूल प्रधानाचार्य और खेल शिक्षक पर सामूहिक दुष्कर्म, पॉक्सो व हत्या करने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार परिजनों ने शनिवार को बेटी का अन्तिम संस्कार तो कर दिया था, लेकिन उससे पहले मृतक छात्रा के पीड़ित पिता ने कैंट थाने में तहरीर दी है। परिजनों का आरोप है कि शुक्रवार को स्कूल की प्रधानाचार्य रश्मि भाटिया ने साजिश के तहत उनकी बेटी को स्कूल में बुलाया था, वहाँ पहले ही से मौजूद स्कूल प्रबंधक बृजेश यादव व खेल अध्यापक अभिषेक कनौजिया ने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

और छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद स्कूल की छत से नीचे फेंककर उसको मार डाला। बताया जा रहा है कि इस वारदात को शुक्रवार की सुबह 8:30 से 9:50 बजे के बीच अंजाम दिया गया था। कैंट पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर स्कूल प्रबंधक, स्कूल प्रधानाचार्य और खेल शिक्षक सहित 3 लोगों को आरोपी बनाया है। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार शुक्रवार को छात्रा की मौत के बाद स्कूल प्रशासन की तरफ़ से यह कहा गया था कि स्कूल की पत्रिका में छात्रा की कविता छपनी थी, इसलिये उसे स्कूल में बुलाया गया था। कुछ और छात्रों को भी ऐसे ही स्कूल बुलाया गया था। स्कूल प्रशासन का कहना है कि छात्रा स्कूल में प्रधानाचार्य के साथ लगभग 30 मिनट की मुलाक़ात के बाद छत पर चली गयी। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

लेकिन स्कूल प्रशासन यह नहीं बता पा रहा था कि वह छत से कैसे नीचे गिर गयी? अब शनिवार दोपहर को जो छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आयी उसे देखकर कैंट पुलिस एक तरह से सकते में आ गयी। क्योंकि पीएम रिपोर्ट में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी दरिंदगी के बाद छत से फेंके जाने की बात सामने आयी हैं। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)Ayodhya School Girl Gangrape Case

मीडिया रिपोर्ट्स में कैंट थाना प्रभारी के.के मिश्र के हवाले से बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ ऐसा है जिसे बताया नहीं जा सकता। वहीँ इस संबंध में CO सिटी शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि रिपोर्ट मिली है, मगर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। DNA जाँच के लिये नमूने भेजे गये हैं। इस मामले में पुलिस ने देर शाम 2 लोगों को हिरासत में भी लिया है। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

अयोध्या के एसएसपी मुनिराज ने बताया कि “पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऊँचाई से गिरने की वजह से छात्रा के शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोट की बात सामने आयी है, जिनसे छात्रा की मौत हुई है। कुछ अन्य बातों की भी पुष्टि के लिये कुछ नमूने लेकर जाँच हेतु प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। अभी इस घटना की बहुत बारीकी से जाँच पड़ताल की जा रही है। (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

लेकिन इस घटना पर कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं, एक सवाल तो ये ही कि आख़िर ग्रीष्मावकाश में ही छात्रा को विद्यालय में क्यों बुलाया? और जब छात्रा की गिरकर मौत हो गयी थी तो हादसे की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गयी? और ऐसी वह कौन सी और क्या बात जिस पर छात्रा प्रधानाचार्य के कमरे से रोते हुए बाहर निकली? और पहले छात्रा के झूले से गिरकर घायल होने की बात क्यों कही गयी थी? (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

और जब छात्रा प्रधानाचार्य के कमरे से लगभग आधे घंटे बाद रोते हुए बाहर निकली थी तो उसे इस तरह से अकेले छत पर क्यों जाने दिया गया? अगर स्कूल के कुछ CCTV कैमरे ख़राब थे तो उन्हें ठीक क्यों नहीं करावाया गया? और अगर छात्रा छत से या झूले से गिरकर घायल हो गयी थी तो उसे सिविल हॉस्पिटल की बजाये निजी हॉस्पिटल ही क्यों ले जाया गया? (Ayodhya School Girl Gangrape Case)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार यह घटना सुबह लगभग 9 बजे हुई थी, लेकिन इतनी बड़ी घटना की जानकारी पुलिस को भी दोपहर 3:00 बजे मिली। एक सवाल यह भी खड़ा होता है कि “जब शनिवार की सुबह गम्भीर धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद भी आरोपी अथवा किसी स्कूल स्टाफ़ को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया?
(स्रोत- अमर उजाला)
यह भी पढ़ें- ये कौन सा लोकतंत्र? ‘जय श्रीराम’ और ‘हर-हर महादेव’ बोलो तो देशभक्ति, अल्लाह-हु-अक़बर बोल दिया तो अपराध? अलीगढ़ का पार्षद शपथ ग्रहण समारोह बना धार्मिक नारेबाज़ी का अखाड़ा