आज़म ख़ानन की फ़िर बढ़ीं मुश्किलें, अब रिहाई की चर्चा के बीच एक और मामले में रामपुर पुलिस ने बनाया आरोपी-Azam Khan’s troubles increased
रामपुर : Azam Khan’s troubles increased
लगभग 27 महीनों से सीतापुर जेल में बन्द समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता व रामपुर शहर से विधायक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मन्त्री आज़म ख़ान की रिहाई की चर्चाओं के बीच एक बड़ी ख़बर यह आयी है कि कोर्ट ने अब धोखाधड़ी के एक और मामले में आज़म ख़ान नाम शामिल कर लिया है।
जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान के रामपुर पब्लिक स्कूल की मान्यता में अनियमिततायें बरतने को लेकर बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने शिकायत की थी। जिसकी एक कमेटी द्वारा जाँच कराये जाने के बाद आयी जाँच रिपोर्ट के आधार पर खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह राणा ने 18 मार्च-2020 को शहर कोतवाली में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। (Azam Khan’s troubles increased)
इस कमेटी की जाँच में आज़म ख़ान की पत्नी पूर्व सांसद डॉक्टर तजीन फ़ातिमा व BSA कार्यालय के लिपिक तौक़ीर अहमद को दोषी बनाया गया था। इन दोनों पर आरोप था कि फ़ायर विभाग से दूसरे स्कूल के नाम पर मान्यता लेकर रामपुर पब्लिक स्कूल में लगायी थी। पुलिस ने दोनों के विरुद्ध अदालत में चार्जशीट दाख़िल कर दी थी।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि “मुक़दमे के वादी ने उन्हें प्रार्थना-पत्र दिया कि इस प्रकरण में विवेचना अधिकारी ने उनकी पूरी बात नहीं सुनी, इसलिये पुनः विवेचना हेतु अदालत से अनुमति ली गयी। इस विवेचना में पाया गया कि स्कूल मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट का है, और इस ट्रस्ट अध्यक्ष आज़म ख़ान हैं।” (Azam Khan’s troubles increased)
पुलिस अधीक्षक ने कहा “क्योंकि स्कूल को मान्यता मिलने से वह (आज़म ख़ान) भी लाभान्वित हुये हैं, इसलिए उनका नाम इस मुक़दमे में शामिल कर लिया है।” पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुक्रवार को कोर्ट ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आज़म ख़ान को भी सुना है और इस मामले में कोर्ट ने उनके विरुद्ध वारंट जारी कर दिये हैं। वारंट को तामील कराने के लिये शहर कोतवाल गजेंद्र पाल त्यागी सीतापुर जेल गये हैं।”
वहीं इस संबंध में शिकायत कर्ता आकाश सक्सेना का कहना है कि “स्कूल की बिल्डिंग के सम्बंध में लोक निर्माण विभाग के अभियंता से प्रमाण-पत्र लेना होता है, परन्तु रामपुर पब्लिक स्कूल यतीम ख़ाना की बिल्डिंग के लिये जल निगम की शाखा कंस्ट्रक्शन एण्ड डिज़ाइन शाखा के अवर अभियंता आर.के सुमन के नाम से प्रमाण-पत्र लगाया गया है लेकिन अवर अभियंता ने प्रमाण-पत्र दिये जाने से इनकार किया है।” (Azam Khan’s troubles increased)
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