Bhagwa Love Trap: ‘लव जिहाद’ के बाद देश में जन्मा ‘भगवा लव ट्रैप’ का मुद्दा, इंदौर में किसी मुस्लिम संगठन ने मुस्लिम लड़कियों को कथित ‘भगवा लव ट्रैप’ से बचने की अपील तो अपील कर्ताओं पर मामला हुआ दर्ज

Bhagwa Love Trap: ‘लव जिहाद’ के बाद देश में जन्मा ‘भगवा लव ट्रैप’ का मुद्दा, इंदौर में किसी मुस्लिम संगठन ने मुस्लिम लड़कियों को कथित ‘भगवा लव ट्रैप’ से बचने की अपील तो अपील कर्ताओं पर मामला हुआ दर्ज

 

 

इंदौर: Bhagwa Love Trap- एक ओर जहाँ पिछले कई सालों से देश में कथित ‘लव जिहाद’ के नाम पर सांप्रदायिकता चरम पर है तो अब वहीँ ‘लव जिहाद’ की तरह ही देश में ‘भगवा लव ट्रैप’ के मुद्दे का उद्भव हो चुका है। आप जानते हैं कि ‘लव जिहाद’ मुद्दे के आधार पर बीजेपी सरकारें और हिन्दुत्वादी संगठन मिलकर अपनी हिन्दू बेटियों को मुस्लिम युवकों से दूर रहने के लिये जागरूकता अभियान चला रहे हैं।Bhagwa Love Trap

ये सही भी है, क्योंकि सबको अधिकार है कि वे अपनी औलादों को अपनी धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के अनुरूप संस्कारित करें। लेकिन यहाँ एक कमी दिखायी देती है, वह ये कि हिन्दुत्वादी संगठन सिर्फ़ अपनी बेटियों को तो मुस्लिम युवकों से दोस्ती और प्रेम न करने के लिये संस्कारित कर रहे हैं लेकिन अपने युवाओं को यें संस्कार देने के बजाय उल्टा मुस्लिम समुदाय की लड़कियों के साथ विवाह कर हिन्दू बनाने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। (Bhagwa Love Trap)

हिन्दुत्वादी संगठनों की इस दोगली पॉलिसी का ही परिणाम है कि आज देश में मुस्लिम लोगों ने भी ऐसी ही दोगली पॉलिसी को अपनाते हुए एक अभियान शुरु किया है, जिसको नाम दिया गया है ‘भगवा लव ट्रैप’ (Bhagwa Love Trap)। लेकिन यहाँ भी वही कमी है कि हिन्दुत्वादियों की तरह ही यहाँ भी सिर्फ़ लड़कियों को ही संस्कारित होने का आह्वान किया जा रहा जबकि अपने लड़कों को समझाने का कहीं कोई ज़िक्र नहीं। जबकि ऐसे बहुत से मामले सामने आये हैं जिनमें मुस्लिम युवाओं द्वारा बेक़ुसूर हिन्दू लड़कियों को प्रेम के बदले बेवफ़ाई और वीभत्स मौत मिली हैं।

इससे स्पष्ट है कि दोनों ही सम्प्रदाय सिर्फ़ अपनी बेटियों में ही बिगाड़ देख रहे हैं लड़कों में नहीं, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिये। समझ लीजिये कि ऐसी दोगली मानसिकता और दोगली पॉलिसी के चलते तो यह समस्या दूर नहीं होने वाली। क्योंकि दुनिया में ऐसा नहीं होता कि आप दूसरों के घरों में तो आग लगायें लेकिन आपके घर को कोई न आग लगाये..? भला आप जिसके घर को जलाओगे संभवतः वह भी आपके घर को जलाने का अवसर ज़रूर देखेगा। (Bhagwa Love Trap)

कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है मध्यप्रदेश के इंदौर से जहाँ कथित ‘लव जिहाद’ जागरूकता अभियान की तरह ही मुस्लिम समुदाय से जुड़े किसी एक संगठन ने अपनी मुस्लिम लड़कियों को हिन्दू युवाओं के साथ दोस्ती न और प्रेम न करने से जागरूक करने के लिये ‘कथित ‘भगवा लव ट्रैप’ (Bhagwa Love Trap) अभियान चलाया है। लेकिन बताया जा रहा है कि इस संगठन ने जो पर्चे छपवाकर बांटे हैं उन पर कुछ हिन्दू समाज के प्रति आपत्तिजनक बातें लिखी हैं।

और पर्चों पर लिखी इन आपत्तिजनक बातों के आधार पर हिन्दू संगठनों की शिकायत पर ऐसा करने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उक्त संगठन की खोज की जा रही है जिसने यें पर्चे बांटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार इन पर्चों में मुस्लिम लड़कियों को ‘इस्लाम की शहज़ादी’ बताते हुए कहा गया है कि आरएसएस व बजरंग दल उन्हें काफ़िर बनाकर उनकी इज़्ज़त तार-तार करना चाहता है। मुस्लिम लड़कियां इनके जाल में फँसने से बचे। (Bhagwa Love Trap)Bhagwa Love Trap, khula khat

बताया जा रहा है कि इंदौर में एक मस्जिद के पास यें हिन्दू विरोधी पर्चे बाँटे गये हैं। इन पर्चों में आरएसएस व बजरंग दल पर मुस्लिम लड़कियों को मुर्तद बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है, और इसे ‘भगवा लव ट्रैप’ नाम दिया गया है। इन पर्चों में किसी मुस्लिम संगठन द्वारा मुस्लिम लड़कियों से ‘भगवा लव ट्रैप’ (Bhagwa Love Trap) में न फँसने का आह्वान किया गया है। पर्चों में आरोप लगाया गया है कि आरएसएस व बजरंग दल प्रति वर्ष 10 लाख मुस्लिम लड़कियों को मुर्तद बनाने के संकल्प की बात की गयी है।

इन पर्चों में कहा गया है कि ‘सोशल मीडिया के माध्यम से, स्कूल व कॉलेजों में मुस्लिम लड़कियों को ‘भगवा लव ट्रैप’ (Bhagwa Love Trap) में फँसाया जाता है।” दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार की रात हिन्दू संगठन के लोग उक्त विवादित पर्चे को लेकर रावजी बाज़ार थाने गये और उन्होंने पुलिस को बताया कि इन पर्चों में हिन्दुओं को काफ़िर बताया गया है। जबकि पर्चे पर न तो इसे छपवाने वाले और न ही इसे छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस का कोई ज़िक्र है।

अब हिन्दू संगठनों की शिकायत पर पुलिस द्वारा 10 अज्ञात लोगों के IPC की धारा 153- A के अन्तर्गत मामला दर्ज करते हुए मामले की जाँच शुरु कर दी है, और आरोपितों को चिन्हित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन सवाल यह भी खड़ा होता है कि क्या ऐसा एक ही समुदाय द्वारा किया जा रहा है? (Bhagwa Love Trap)

या दोनों ही समुदायों की कहीं न कहीं कार्यशैली और गतिविधियों में कुछ त्रुटि दिखाई देती है? अगर देखा जाये तो दोनों ही तरफ़ सिर्फ़ बेटियों को ही दोषी ठहराने की प्रवृत्ति दिखायी दे रही है, जबकि बेटे भी इसके लिये बराबर के ज़िम्मेदार हैं जिन्हें कोई ज्ञान और संस्कार नहीं दिया जा रहा है। (Bhagwa Love Trap)
यह भी पढ़ें- देवबन्द में NIA ने की मस्जिद के इमाम से घंटों तक पूछताछ, कड़ी पूछताछ के बाद इमाम साहब को…

You may also like...