कर्नाटक के बाद अब यूपी के उन्नाव में लगे विवादित पोस्टर्स, जिन पर लिखा है ‘मन्दिर के पास ग़ैर हिन्दूओं का दुकान लगाना मना है‘- Controversial posters of economic boycott of Muslims engaged in Unnao
यूपी उन्नाव:
हाल ही में कर्नाटक में मुस्लिमों को आर्थिक चोट देने के मक़सद से मन्दिरों के बाहर और हिन्दुओं के मेलों में व्यापार करने से रोकने वाले पोस्टर्स लगाये गये थे। लेकिन अब कर्नाटक के बाद ऐसे ही ग़ैर हिन्दुओं का आर्थिक बहिष्कार करने के मक़सद से उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले में भी ‘राइट विंग’ से जुड़े एक संगठन ने ग़ैर हिन्दुओं के लिये नफ़रत भरा विवादित फ़रमान जारी हुआ है। ‘हिन्दू जागरण मंच’ के प्रान्तीय मन्त्री विमल द्विवेदी के नाम से दिवार दीवारों पर वॉल पेंटिंग बनवायी गई है जिसमें मन्दिरों के आस पास ग़ैर-हिन्दुओं का दुकान लगाना सख़्त मना है लिखाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ‘हिन्दू जागरण मंच’ के प्रान्तीय मन्त्री विमल द्विवेदी से ने स्वयं इस बात को स्वीकार किया है कि हिन्दू जागरण मंच द्वारा ही यह वॉल पेंटिंग बनवायी गयी है। विमल द्विवेदी के कहना है कि “हिन्दु जागरण मंच मन्दिरों की सुरक्षा और स्वच्छता के प्रति निरन्तर अभियान चलाता है।” (Controversial posters of economic boycott of Muslims engaged in Unnao
विमल द्विवेदी का कहना है कि “पिछले दिनों देखने में आया कि मन्दिर के भीतर एक सिरफ़िरा व्यक्ति पिस्तौल लेकर चला आया था और दानपात्र को भीबतोड़ करके अराजकता फ़ैलाई थी। यें ऐसे लोग अक्सर हमारे मन्दिरों के आस पास बैठते हैं या फ़िर हमारे धार्मिक पर्वों के दौरान एक विशेष समुदाय के लोग मन्दिरों के आस पास दुकानें लगाकर क़ब्ज़ा कर लेते हैं। और उन दुकानों पर अराजक तत्वों का जमावड़ा लगता है। जब हमारे साथ महिलाएं और लड़कियां आती हैं वो उन पर छींटाकशी करते हैं। औरमन्दिरों के आस पास लूटपाट की घटनायें भी होती हैं।”
इसके अलावा ‘हिन्दू जागरण मंच’ ने ज़िला प्रशासन को एक ज्ञापन भी दिया है जिस में लिखा है कि मन्दिरों के आस पास शराब और मांस की बिक्री बन्द हो और मन्दिरों से 200 मीटर दूर तक किसी भी ग़ैर-हिन्दु का दुकाने लगाना वर्जित होना चाहिए।”
इसके अलावा ज्ञापन में लिखा है कि “चैत्र नवरात्रों का हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व है। इसी दिन से हिन्दू नववर्ष यानी नव संवत्सर की भी शुरुआत होती है इसलिए जनपद के सभी मन्दिरों, धार्मिक स्थलों और शैक्षिक संस्थानों के आस पास शराब और मांस की दुकाने हटवाई जायें। साथ जनपद में अवैध बूचड़खानों और खुले आकाश में जानवर काटने और मांस बेचने वाली दुकानों को एक अभियान चलाकर बन्द कराया जाये।
बता दें कि कर्नाटक राज्य में हिजाब विवाद के बाद मन्दिरों के बाहर मुसलमानों को व्यापार करने को लेकर ख़ूब हंगामा शुरु हुआ था। कर्नाटक के उडुपी, दक्षिण कन्नड़ व शिवमूगा जनपदों में मन्दिरों के बाहर इसी तरह बैनर्स लगाये थे जिनमें मुस्लिम व्यापारियों को हिन्दू धार्मिक मेलों में अपनी दुकानें लगाने की अनुमति नहीं दी जायेगी।” (Controversial posters of economic boycott of Muslims engaged in Unnao)
Courtesy: the Hindi Quint & bhaskar.com
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