Delhi Budget 2023: विज्ञापन जीवी सरकार ही दूसरी विज्ञापन जीवी सरकार से पूछ रही कि ‘विज्ञापन पर इतना ख़र्च क्यूँ?’ इस सवाल के बाद केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार आमने-सामने

Delhi Budget 2023: विज्ञापन जीवी सरकार ही दूसरी विज्ञापन जीवी सरकार से पूछ रही कि ‘विज्ञापन पर इतना ख़र्च क्यूँ?’ इस सवाल के बाद केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार आमने-सामने

नई दिल्ली: Delhi Budget 2023: आजकल दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केन्द्रीय गृह मन्त्रालय के बीच विज्ञापनों के ख़र्च को लेकर तू-तू..मैं-मैं हो रही है। जबकि देश की जनता के बीच दोनों ही (केन्द्र और दिल्ली सरकारें) विज्ञापन जीवी सरकारों के नाम से विख्यात है।Delhi Budget 2023

क्यूँकि जनता कहती है कि “इतना पैसा तो सरकारें उस योजना के अन्तर्गत जनता पर भी ख़र्च नहीं करती उससे कहीं ज़्यादा पैसा सरकारें विज्ञापनों पर ख़र्च कर देती है।” और अगर देखा जाये तो जनता का कहना ठीक भी है। (Delhi Budget 2023)

क्यूँकि देश में कहीं भी किसी सड़क, हाइवे, चौराहों, गली-मोहल्लों, अख़बार, मैगज़ीन न्यूज़ वेबसाइट्स और टीवी चैनलों पर देख लो सरकारों के विज्ञापन ही विज्ञापन जो दिखायी देते हैं। वास्तविकता तो ये ही है कि कोई भी सरकार हो केन्द्र हो राज्य सरकारें विज्ञापनों को लेकर तो सभी एक जैसी है। (Delhi Budget 2023)

बात करें अगर दिल्ली सरकार के बजट मुद्दे की तो, दिल्ली का बजट गृह मन्त्रालय के पास स्वीकृति के लिये जाता है। और जब गृह मन्त्रालय बजट को स्वीकृति दे देता है तो इसके बाद ही दिल्ली विधानसभा में पेश किया जाता है।
और अब जब दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल सरकार बजट पेश करने वाली है तो…(Delhi Budget 2023)

दिल्ली विधानसभा में बजट पेश होने से पूर्व केन्द्र सरकार और दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार आमने-सामने आ गयी है। सोमवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि गृह मन्त्रालय ने दिल्ली सरकार के वर्ष-2023-24 के बजट को ही रोक दिया है।” (Delhi Budget 2023)

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार दिल्ली सरकार के इस आरोप के बाद अब गृह मन्त्रालय के ने केजरीवाल सरकार के आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि “गृह मन्त्रालय ने तो इसके आरोप के बजाय दिल्ली सरकार से यह स्पष्टीकरण माँगा है कि इसका बजट आवंटन बुनियादी ढांचागत क्षेत्र के बजाय विज्ञापन पर केन्द्रित था, लेकिन विज्ञापनों पर इतना ख़र्च क्यूँ किया गया है? (Delhi Budget 2023)

उधर गृह मन्त्रालय के इस आरोप के जवाब में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कहा है कि “इस वर्ष के बजट में विज्ञापन के लिये कोई आवंटन नहीं बढ़ाया गया है। इस सम्बंध में दिल्ली के वित्तमन्त्री कैलाश गहलोत ने कहा कि “गृह मंत्रालय झूठ बोल रहा है। दिल्ली का कुल बजट 78,800 करोड़ रुपये है।” (Delhi Budget 2023)

और इस बजट में से 22 हज़ार करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे के लिये हैं, जबकि कुल 550 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किये जायेंगे। गत वर्ष भी विज्ञापनों के लिये इतना ही बजट था। दिल्ली सरकार ने विज्ञापनों के बजट में कोई भी तो बढ़ोतरी नहीं की है।” (Delhi Budget 2023)
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