Drugs Mastermind Arrested in Mumbai: 7000 करोड़ की ड्रग्स बनाकर बेचने वाला मास्टरमाइंड गिरफ़्तार, गुजरात में ड्रग्स बनाकर बेचता था मुम्बई में
Drugs Mastermind Arrested in Mumbai: 7000 करोड़ की ड्रग्स बनाकर बेचने वाला मास्टरमाइंड गिरफ़्तार, गुजरात में ड्रग्स बनाकर बेचता था मुम्बई में
मुम्बई: 9 अक्टूबर– Drugs Mastermind Arrested in Mumbai- मुम्बई पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए 7000 करोड़ रुपये के एक ड्रग्स निर्माता मास्टरमाइंड को अरेस्ट करने में कामियाबी हासिल की है। पुलिस गिरफ़्त में आये आरोपी का नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। जब पुलिस ने प्रेम प्रकाश के बैंक खाते की जाँच की तो उसके खाते में 2 करोड़ रुपये मिले। जाँच में सामने आया कि उसके खाते से लगभग 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। आरोपी प्रेम प्रकाश सिंह पिछले 3 वर्षों से ड्रग्स बनाता आ रहा है।
पुलिस ने प्रेम प्रकाश के बैंक खाते को सील कर दिया है, और उसकी गहनता से जांच की जा रही है। वहीं प्रेम प्रकाश सिंह की गहन जांच के बाद पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। मुम्बई पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल के उपायुक्त दत्ता नलावड़े ने कहा कि “प्रेम प्रकाश सिंह ने उत्तराखंड विश्वविद्यालय से रसायन शास्त्र में शिक्षा प्राप्त की हुई है। (Drugs Mastermind Arrested in Mumbai)
प्रेम प्रकाश सिंह ने पहले एक केमिकल कम्पनी में सलाहकार के रूप में काम किया था, जिसके बाद उसने अपनी स्वयं की श्रेया केमिकल्स नाम की कम्पनी खोली। और कम्पनी की वेबसाइट पर 110 रसायनों के बारे में जानकारी पोस्ट की। उसका कहा था कि “हमारी कम्पनी वेबसाइट पर इन 110 केमिकल्स पर काम करती है।” एन्टी नारकोटिक्स सेल के उपायुक्त नलावड़े के अनुसार प्रेम प्रकाश सिंह पिछले 3 वर्षों से ड्रग्स बनाकर बेचता आ रहा था और वह अब तक 70000 करोड़ रुपये की ड्रग्स भी बेच चुका है। (Drugs Mastermind Arrested in Mumbai)
इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसके एक बैंक खाते को सीज कर दिया है, जिसमें करीब दो करोड़ रुपये मिले हैं। इसके अलावा उनके खाते से सौ करोड़ रुपये से भी ज़्यादा राशि का लेनदेन किया गया है। जो कि उसने ड्रग्स बेचकर धनराशि अर्जित की और उस धनराशि से करोड़ों रुपये की सम्पत्तियां ख़रीदी। उसने गुजरात के भरूच में ड्रग की बिक्री के धन से ही एक 7000 वर्ग मीटर का प्लॉट ख़रीदा हुआ है, जहाँ पर वह वे अपनी स्वयं की केमिकल कम्पनी स्थापित करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन इससे पहले ही इसका पुलिस ने भांडाफोड़ कर दिया।
प्रेम प्रकाश सिंह ने अपनी श्रेया केमिकल कम्पनी में बड़े स्तर पर ड्रग्स का निर्माण शुरू किया था। उसकी इस कम्पनी के कर्मचारियों ने शिकायत कि वह जो ड्रग्स बना रहा है और उनमें से बहुत गंध आ रही है तो इसके बाद उसने अपनी कम्पनी में ड्रग्स बनाना बन्द कर दिया था। लेकिन उसने अपने संबंधो और सम्पर्क का प्रयोग करते हुए गुजरात के GIDC में स्थित ‘इन्फिनिटी रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट’ नाम की कम्पनी में ड्रग्स का निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया। (Drugs Mastermind Arrested in Mumbai)
पुलिस उपायुक्त नलावड़े कहते हैं कि वह वहां ड्रग्स का निर्माण करता था और मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके में एक गोदाम में स्टोर करता था और वहां से उसे बेचता था।
प्रेम प्रकाश सिंह ने सबसे पहले व्हाट्सएप का इस्तेमाल ड्रग्स बेचने के लिए किया था। फिर उन्होंने टेलीग्राम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। उसने ड्रग्स बेचने का नियम बनाया, यदि कोई व्यक्ति ड्रग्स ख़रीदना चाहता था, तो वह उस ग्राहक को तभी ड्रग्स देता था जब 1 या 2 किलोग्राम की बजाये कम से कम 25 किलोग्राम ख़रीदना सकता हो।
प्रेम प्रकाश सिंह ड्रग्स बनाते समय बहुत ही सावधानी भी बरतता था। क्योंकि मार्कीट में ड्रग्स बेचने वाले बहुत से लोग हैं इसलिये उनकी ड्रग्स कौन ख़रीदेगा? इसलिये वह वह खुद कम्पनी में जाकर ड्रग्स का निरीक्षण करता था और अच्छी क्वालिटी की ड्रग बनाने पर ज़ोर देता था। (Drugs Mastermind Arrested in Mumbai)
ड्रग्स बनाते अगर उसका रंग पूरी तरह से सफ़ेद नहीं होता तो वह कर्मचारियों पर चिल्लाता था, इसलिये वह मार्कीट में अच्छी क्वालिटी की ड्रग्स लाता था। इसलिये उसकी ड्रग मार्कीट में देखते ही बिक जाया करती थी। ये ही नहीं वह अपने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिये ड्रग्स का मूल्य दूसरों की तुलना में बहुत कम भी रखता था।
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