
कौन हैं ये फ़ातिमा शेख़? जिसे दुनिया के साथ-साथ गूगल भी दे रहा है इतना महत्व– Fatima Shekh
न्यूज़ डेस्क:
आज 9 जनवरी को भारत की फ़ातिमा शेख़ नाम की एक ऐसी महिला का जन्मदिन है जिसे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के साथ-साथ Google भी अपने डूडल पर फ़ातिमा शेख़ की तस्वीर लगाकर सम्मान दे रहा है।
बता दें कि ‘फ़ातिमा शेख़’ भारत की एक ऐसी महान शख़्सियत का नाम है जिन्होंने देश में एक ऐसे समय में शिक्षा ख़ासकर लड़कियों की शिक्षा के लिए जी तोड़ मेहनत की थी जिस समय लड़कियों की शिक्षा को अच्छा नहीं माना जाता था।
Fatima Shekh ‘फ़ातिमा शेख़’ का जन्म 9 जनवरी वर्ष-1831 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ था। वह अपने भाई उस्मान शेख़ के साथ रहती थीं। फ़ातिमा शेख़ ने ग़रीब और दबे-कुचले तबके के लोगों को विशेषकर लड़कियों को शिक्षित करने के लिए काम किया था। सावित्रीबाई फुले और फ़ातिमा शेख़ जिनको कभी धर्म और लिंग के आधार पर शिक्षा से वंचित रखने की कोशिश की गई थी उन्होंने ही दलित व मुस्लिम वर्ग की महिलाओं व बच्चों को पढ़ाने का काम किया था।
Fatima Shekh ‘फ़ातिमा शेख़’ ने मुस्लिम और दलित समुदाय के घरों में जा-जाकर लड़कियों को पढ़ाया था। इसके लिए उन्हे कई बार बड़े विरोधों का भी सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। ‘फ़ातिमा शेख़’ अपने शिक्षा के मिशन में अपने सहयोगियों के साथ डटी रही और शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती रही।
आज के दौर में जब अनिवार्य बालिका शिक्षा, ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ’ या अन्य शैक्षिक योजनाओं का नाम सामने आता है तो अनायास ही लोगों के मन में Fatima Shekh ‘फ़ातिमा शेख़’ और ‘सावित्रि बाई फुले’ की याद ताज़ा हो जाती है।
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