Haldwani Jail Scheme: अब मात्र 500 रुपये में कोई भी खा सकता है जेल की हवा और रोटी, उत्तराखण्ड सरकार की इस योजना से हैरान हुए लोग
Haldwani Jail Scheme: अब मात्र 500 रुपये में कोई भी खा सकता है जेल की हवा और रोटी, उत्तराखण्ड सरकार की इस योजना से हैरान हुए लोग
उत्तराखण्ड: Haldwani Jail Scheme- आमतौर पर लोग जेल में जाने के डर से ही सामाजिक मूल्यों और क़ानून का पालन करते हैं। लेकिन जाने अनजाने में जो व्यक्ति क़ानून के विरुद्ध काम करता है तो क़ानून की पकड़ में आने के बाद जेल पहुँच जाता है। हालांकि अभी तक तो लोग अपराध करके बिना पैसा ख़र्च किये क़ानून के तहत जेल की सज़ा पाकर जेल की रोटी और हवा खाते आ रहे थे, लेकिन अब लोग ख़ुद अपनी मर्ज़ी से भी थोड़ा सा पैसा ख़र्च करके जेल की हवा और रोटी खा सकते हैं।
जी हाँ, यह अब सच होने जा रहा है उत्तराखण्ड में, अब आप उत्तराखण्ड की हल्द्वानी जेल में बिना अपराध किये भी जेल की रोटी और हवा खा सकते हैं, वह भी मात्र 500 रुपये देकर। दरअसल उत्तराखण्ड की बीजेपी सरकार एक एक ऐसी योजना लेकर आयी है, जिसके तहत जेल प्रशासन किसी भी व्यक्ति को एक रात के लिये 500 रुपये में जेल का कमरा और रोटी मुहैया करायेगी। (Haldwani Jail Scheme)
उत्तराखण्ड की धामी सरकार की इस पहल के बाद अब जहाँ जेल के प्रति लोगों की मानसिकता बदल जायेगी। उत्तराखण्ड सरकार की इस पहल से जहाँ उत्तराखण्ड टूरिज़्म पर सकारात्मक असर पड़ेगा और प्रदेश सरकार को अच्छा खासा रेवेन्यू मिलेगा तो वहीं उन लोगों को बहुत बड़ा फ़ायदा मिलेगा जिन्हें ज्योतिषियों अथवा पुजारियों द्वारा भाग्य में जेल दोष होने और दोष को दूर करने के उपायों की सलाह दी जाती है। (Haldwani Jail Scheme)
अब कुण्डली में जेल दोष होने वाले लोग जेल की वास्तविक सज़ा से बचने लिये और अपने ग्रहों की स्थिति ठीक करने के लिये थोड़ा सा पैसा ख़र्च करके जेल की रोटी और हवा खाकर अपने कुण्डली दोष को दूर कर सकते हैं। बता दें कि यह योजना फ़िलहाल उत्तराखण्ड की हल्द्वानी जेल में शुरु होने जा रही है। जहाँ कोई भी व्यक्ति एक दिन का 500 रुपया किराया देकर जेल में रह सकता है। (Haldwani Jail Scheme)
मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार इस सम्बंध में हल्द्वानी जेल अधीक्षक का कहना है कि “यदि कोई व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से जेल में रहना चाहता है तो, उसके लिये ओल्ड विंग में अलग से कमरा उपलब्ध कराया जायेगा।” लेकिन इस अनोखी जेल योजना के बारे में जेल अधीक्षक का कहना है कि “यह इतना आसान काम भी नहीं है कि कोई भी व्यक्ति पैसे देकर जेल की विषम परिस्थितियों का अनुभव कर सके.. इसके लिये जेल मुख्यालय से लेनी अनुमति लेनी होगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखण्ड टूरिज़्म के लिहाज़ से बहुत ख़ास है, यहाँ घूमने आने वाले पर्यटकों के लिये अब उत्तराखण्ड सरकार हल्द्वानी जेल को यहाँ आने वाले पर्यटकों के उपयुक्त आवास व्यवस्था मुहैय्या कराने के उद्देश्य से जेल के पुराने हिस्से को पुनर्निर्मित कराने का काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह हल्द्वानी की जेल वर्ष-1903 में बनायी गयी थी।
The Times Of India की एक रिपोर्ट में हल्द्वानी डिप्टी जेल अधीक्षक के हवाले से बताया जा रहा है कि “अभी तक इस जेल में अक्सर वरिष्ठ अधिकारियों की अनुशंसा वाले व्यक्तियों को ही जेल की बैरक में कुछ घण्टे बिताने की अनुमति मिलती है। जिसके अन्तर्गत इन ‘पर्यटक क़ैदियों’ को जेल की वर्दी और जेल का भोजन दिया जाता है।” (Haldwani Jail Scheme)
डिप्टी जेल अधीक्षक का कहना है कि “मैंने पहले भी जेल के महानिरीक्षक को इस संबंध में एक प्रस्ताव दिया था, जेल महा निरीक्षक ने न केवल इसकी प्रस्ताव की सराहना की बल्कि मुझे एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर भेजने के लिये भी कहा गया है।”
विशेष सहयोग: नजम मंसूरी
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