
Hindu Mahasabha released the controversial calendar- अब हिन्दू महासभा ने अपने फ़र्ज़ी कैलेंडरों की सीरीज में जारी किया सऊदी अरब के ‘मक्का’ का विवादित कैलेंडर
अलीगढ़:
Hindu Mahasabha released the controversial calendar- हिन्दू महासभा ने नव संवत्सर और चैत्र नवरात्र के अवसर पर अपनी फ़र्ज़ी कैलेंडरों की सीरिज में सऊदी अरब के ‘मक्का’ को मक्केश्वर महादेव मन्दिर बताने वाला एक और फ़र्ज़ी विवादित कैलेंडर जारी किया है। हिन्दू महासभा इस से पहले ताजमहल को तेजो महालय, क़ुतुबमीनार को विष्णु स्तम्भ और ज्ञानवापी मस्जिद को काशीनाथ विश्वनाथ मन्दिर बताने वाले कैलेंडर जारी कर चुकी है।
हालांकि काशी मस्जिद और मथुरा के ईदगाह जैसे मामले तो देश की अदालतों में विचाराधीन है, कुछ भी निर्णय आ सकता है लेकिन हिन्दू महासभा द्वारा जारी किया गया ‘मक्का’ को मक्केश्वर महादेव मन्दिर बताने वाले इस फ़र्ज़ी दावे को हिन्दू महासभा कहाँ और किस देश की अदालत में चुनौती देगी?
बता दें कि हिन्दू महासभा द्वारा ‘मक्का’ के इस विवादित कैलेंडर को जारी करने के अवसर पर साध्वी पूजा शकुन पांडेय ने कहा “राम मन्दिर बन रहा है और अब कृष्ण जन्मभूमि सहित अन्य की बारी है।” साध्वी पूजा शकुन पांडेय ने कहा कि “हमारी धरोहर को अतिक्रमण करके विधर्मियों ने मस्जिद बना दी और उस पर अपना ठप्पा लगा दिया। लेकिन यह सनातन धर्म की धरोहर हैं। हम संतों का काम है कि उनको सेवा पूजा स्थल बनायेँ।”
साध्वी पूजा शकुन पांडेय कहती हैं कि “ख़ुशी शी की बात यह है कि चार वर्ष पूर्व हमें श्री राम मन्दिर वापस मिल गया है, हम भगवान राम को उनका स्थान देने में सफ़ल रहे। अब जो हमने फ़िर से एक कैलेंडर निकाला है उसमें हमने भगवान श्री राम का मन्दिर नहीं रखा है। इस में मक्का मदीना है जो मक्केश्वर महादेव मन्दिर है, क़ुतुब मीनार जो विष्णु स्तम्भ है। अब श्री कृष्ण जन्मभूमि की बारी है।”
लेकिन जैसा साध्वी पूजा शकुन पांडेय अथवा हिन्दू महासभा ‘मक्का’ को भी अपने कैलेंडर में मक्केश्वर महादेव मन्दिर का दावा कर अपने संकल्प को पूरा करने की बात कह रही है। यहाँ अब बड़ा प्रश्न ये ही उठता है कि क्या हिन्दू महासभा या अन्य कोई हिन्दू संगठन भारत के अलावा सऊदी अरब जैसे देश की धरती पर जाकर दावा करते हुए अपने इस मनघडंत और काल्पनिक संकल्प को पूरा कर पायेगी?

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