Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur: ‘न इधर के रहे न उधर के’ रहे पाकिस्तान से आये 70 हिन्दू परिवार, हिन्दुत्व का डंका बजने की आवाज़ सुनकर आये थे भारत
Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur: ‘न इधर के रहे न उधर के’ रहे पाकिस्तान से आये 70 हिन्दू परिवार, हिन्दुत्व का डंका बजने की आवाज़ सुनकर आये थे भारत
जोधपुर: Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur- भारत में आज जहाँ हिन्दू-मुस्लिम राजनीति चरम पर हैं, और देश में कथित तौर पर हिन्दुत्व का डंका बज रहा है। वहीं भारत में बज रहे इस कथित हिन्दुत्व के डंके की आवाज़ सुनकर जो पाकिस्तान से 70 हिन्दू परिवार अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ भारत आये थे आज वहीं परिवार इस कथित हिन्दू राष्ट्र में खुले मैदान में सो रहे हैं।
यें पाकिस्तानी हिन्दू परिवार अपने बेहतर जीवन की उम्मीद लिये भारत आये थे। इनमें से अधिकतर परिवार 3 माह पूर्व ही पाकिस्तान से जोधपुर आये थे। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार इन परिवारों ने अपनी जीवनभर की कमाई देकर जोधपुर की राजीव विहार कॉलोनी में रहने के लिये ज़मीन ख़रीदी और कच्चे-पक्के मकान बनाकर रहने लगे थे। (Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur)
लेकिन अब यें लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं के साथ पिछले कई दिनों से खुले में सोने पर मजबूर हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ भू-माफ़िया ने इनसे पैसा लेकर सरकारी ज़मीन को अपनी ज़मीन बताकर बेच दी थी, लेकिन अब JDA (जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने उस उस ज़मीन को सरकारी बताते हुए ख़ाली करा ली है। (Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur)
और अब यें पाकिस्तान से आये हिन्दू परिवार भारत में ख़ुद को लुटा हुआ महसूस करते हुए बिना घरों के खुले मैदान में रहने को मजबूर हो रहे हैं। भू-माफिया को अपनी ज़िन्दगी भर की कमाई देकर इन पीड़ितों ने जोधपुर की राजीव विहार कॉलोनी में रहने के लिये ज़मीन खरीदी, फ़िर अपनी हैसियत के अनुसार कच्चे से मकान बनायें। लेकिन वे मकान नहीं रहे। अब इन लोगों के अरमान और सामान बिखरा हुआ पड़ा है। (Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur)
बता दें कि 24 अप्रैल को JDA (जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने इस भूमि पर अपना क़ब्ज़ा बताते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की और यहाँ रह रहे पाकिस्तान से आये हिन्दू परिवारों को हटा दिया गया। हालाँकि इस दौरान विरोध में पथराव भी हुआ। पहले यें लोग और इनकी महिलायें बहुत गिड़गिड़ाये कि इन लोगों को इस तरह यूँ से घर से बेघर न किया जाये। लेकिन कोई लाभ न हुआ।
उधर JDA की तरफ़ से दावा किया जा रहा है कि उन्होंने 15 दिन पूर्व इन लोगों को नोटिस जारी कर दिये गये थे। वहीं इस मामले में शरणार्थी पीड़ित परिवारों की तरफ़ से जोधपुर के राजीव गाँधी थाने में ठगी कर ज़मीन बेचने के 3 मामले भी दर्ज करवा गये हैं। ((Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur)
बता दें कि इससे पहले भी कुछ हिन्दू परिवार भारत आये थे लेकिन गत वर्ष यहाँ भी उपेक्षा होने के कारण लगभग 800 परिवार वापस पाकिस्तान लौट गये थे। उनका कहना था कि वे भारत में एक उम्मीद भरी ज़िन्दगी जीने का सपना लेकर आये थे लेकिन उन्हें यहाँ भी निराशा ही हाथ लगी इसलिये वे वापस लौट रहे हैं। (Hindu Refugees Are Suffering In Jodhpur)
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