देखिये निर्दयी कही जाने वाली पुलिस का एक ऐसा सराहनीय दुर्लभ कारनामा जो आजकल सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रहा है-Indore police gave bike to food delivery boy
इंदौर (Indore) : आम तौर पर लोगों का पुलिस के प्रति एक नकारात्मक दृष्टिकोण रहता है कि पुलिस बहुत निर्दयी और कठोर होती है। लेकिन लोगों की इस नकारात्मक सोच को मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस ने लोगों की इस सोच को ग़लत साबित कर दिया है। दरअसल आजकल इंदौर की थाना विजय नगर पुलिस की सोशल मीडिया पर ख़ूब तारीफ़े हो रहीं हैं।
वास्तव में जो इंदौर के थाना विजय नगर पुलिस ने किया है वह है ही तारीफ़ क़ाबिल। यहाँ की पुलिस ने जय हल्दे नाम के एक ग़रीब डिलेवरी बॉय को रात के समय में साईकल से ही पसीने से तरबतर हालत में ज़ोमाटो की फूड डिलीवरी करते हुए देखा तो विजय नगर पुलिस के सभी पुलिसकर्मियों और थाना प्रभारी तहज़ीब क़ाज़ी के मन में डिलिवरी बॉय की साईकिल से डिलिवरी करने की बेबसी देखकर उसकी मदद करने का ख़्याल आया। (Indore police gave bike to food delivery boy)
बता दें कि यह जय हल्दे नाम का फूड डिलीवरी ब्वॉय मालवीय नगर में रहता है और बाइक न होने के कारण मजबूरी में साईकिल से ही से फ़ूड डिलीवरी का काम करता है। साईकिल से डिलीवरी करने के चलते वह डेली मुश्किल से 200 से 300 रुपये ही कमा पाता है। डिलीवरी बॉय ने विजय नगर थाना प्रभारी को बताया कि “उसकी माँ ख़ाना बनाने के लिये घरों में जाती है और उसके पिता दूसरे शहर में काम करते है।”
डिलिवरी बॉय ने बताया कि “घर का गुज़र बसर करने हेतु वह भी अपने परिवार के लिये अपनी ओर से जी तोड़ मेहनत करता है।” जब थाना प्रभारी तहज़ीब क़ाज़ी ने डिलिवरी बॉय से बाइक की बजाय साईकिल से डिलिवरी करने की बाबत पूछा तो उसने कहा कि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वह बाइक ख़रीद सके।” (kindness of indore police)
इंदौर में पुलिस ने एक फूड डिलीवरी ब्वॉय को मोटर साइकिल तोहफे में देकर इंसानियत की ऐसी लकीर खींची है जो उदाहरण बन गई है… दिल को सुकून देने वाला ये मामला विजय नगर का है। @ChouhanShivraj@drnarottammisra@DGP_MP@CP_INDORE@CP_Bhopal#JansamparkMP pic.twitter.com/Sls39DvZ5l
— Home Department, MP (@mohdept) May 2, 2022
डिलीवरी बॉय की ज़िन्दादिली और जज़्बे की यें बातें सुनकर थाना प्रभारी तहज़ीब क़ाज़ी ने डिलिवरी बॉय की यथासंभव कुछ मदद करने की ठानी। थाना प्रभारी तहज़ीब क़ाज़ी ने अपने स्टॉफ़ के सभी पुलिसकर्मी से आग्रह किया कि हम सभी अपनी एक-एक दिन की तनख्वाह इस में डोनेट करते हैं। तो स्टाफ़ में से किसी ने इस पुनीत कार्य के लिये इंकार नहीं किया, और पुलिस ने पैसा इकट्ठा करके डाउन पेमेंट देकर डिलीवरी बॉय के लिये क़िस्तों पर एक बाइक ख़रीद ली। (Indore police gave bike to food delivery boy)
इसके बाद पुलिस स्टाफ़ ने डिलिवरी बॉय जय हल्दे को फोन करके थाने बुलाया तो उसका परिवार घबरा गया। लेकिन जब जय हल्दे थाने पहुँचा तो उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था। क्योंकि पुलिस ने उसके लिये एक नई बाइक ख़रीदकर उसे तोहफ़े में दे दी। इसके बाद डिलिवरी बॉय ने उसी दिन बाइक से डिलीवरी करके 1000 रुपये कमाये और अब उसकी आय कई गुनी तक बढ़ गई है और अब वह आसानी से अपनी बाइक की किस्तें चुका सकता है। इसीलिये आजकल विजय नगर थाना पुलिस के इस कार्य की लोग ख़ूब प्रशंसा कर रहे है, क्योंकि पुलिस का ऐसा सराहनीय प्रयास तो दुर्लभ ही देखतने को मिलता है। (kindness of indore police)
