Kanpur illusion Of The Dead Being Alive: कानपुर में डेढ़ वर्ष से मरे हुए व्यक्ति के शव के साथ रह रहा था परिवार, पिता ने कहा ज़िन्दा है मेरा बेटा
Kanpur illusion Of The Dead Being Alive: कानपुर में डेढ़ वर्ष से मरे हुए व्यक्ति के शव के साथ रह रहा था परिवार, पिता ने कहा ज़िन्दा है मेरा बेटा
कानपुर,यूपी: Kanpur illusion Of The Dead Being Alive- उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बड़ी ही हैरान करने वाली ख़बर आयी है। यहाँ एक परिवार पिछले डेढ़ वर्ष से पहले मर चुके बेटे के जीवित होने के भ्रम के चलते शव के साथ रह रहा था।
यह मामला कानपुर के रावतपुर थानाक्षेत्र के कृष्णापुरी, रोशन नगर की है। क्षेत्रवासियों को भी इस बात का पता तब चला जब शुक्रवार को जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर शव को पहुँची। पुलिस ने शव को क
क़ब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज तो दिया था, लेकिन परिजनों ने देर शाम शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते रहे। (Kanpur illusion Of The Dead Being Alive)
इसके बाद रात में पुलिस ने कागज़ी कार्यवाही पूरी शव को परिजनों के हवाले कर दिया है। परिजनों ने रात में पुलिस की उपस्तिथी में कानपुर के भैरव घाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में शव का अन्तिम संस्कार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार आर्डनेंस फ़ैक्टरी से सेवानिवृत्त कर्मचारी राम अवतार रोशन नगर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। (Kanpur illusion Of The Dead Being Alive)
राम अवतार के 3 बेटों में से सबसे छोटे बेटे विमलेश जो कि अहमदाबाद में इनकम टैक्स में AAO (असिस्टेंट अकाउंटेंट ऑफिसर) के पद पर तैनात थे, उनकी डेढ़ वर्ष पूर्व कोरोना काल मेंमृत्यु हो गयी थी। समय जब विमलेश के अन्तिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी, तो विमलेश की माँ को आभाष हुआ कि उनके बेटे के दिल की धड़कन चल रही है। इसके बाद परिजनों ने शव का अन्तिम संस्कार करना रोक दिया।
यह परिवार इस उम्मीद पर कि विमलेश कोमा में है, और एक दिन कोमा से बाहर आ जायेगा, डेढ़ से इसी भ्रम में शव के साथ रह रहा था। विमलेश के पिता राम अवतार ने पुलिस को बताया कि “18 अप्रैल-2021 को विमलेश कोरोना संक्रमित हो गये थे। उस समय परिजनों ने विमलेश को बिरहाना रोड स्थित मोती हॉस्पिटल में उपचार हेतु भर्ती कराया था, जहाँ उपचार के दौरान विमलेश की 22 अप्रैल 2021 को मृत्यु हो गयी थी।
इसके बाद हॉस्पिटल ने प्रबंधन ने विमलेश का मृत्यु प्रमाण-पत्र देकर शव को परिजनों के हवाले कर दिया था। शव घर आने परिजनों ने जब अन्तिम संस्कार की तैयारी की तो मृतक विमलेश की माँ ने विमलेश के दिल में धड़कन होने की बात कहते हुए शव का अन्तिम संस्कार करने से मना कर दिया था। तब से यह परिवार शव के ही साथ रहता आ रहा था। (Kanpur illusion Of The Dead Being Alive)
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