हिन्दू महिला ने अपनी जान जोख़िम में डालकर बचाई 15 मुस्लिम युवकों की जान, महिला बोली- राजपुताना का धर्म ही रक्षा करना है- Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh

हिन्दू महिला ने अपनी जान जोख़िम में डालकर बचाई 15 मुस्लिम युवकों की जान, महिला बोली- राजपुताना का धर्म ही रक्षा करना है– Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh

करौली : 17 अप्रैल 2022
Karauli violence- राजस्थान के करौली में एज दुकान चलाने वाली हिन्दू महिला ने 15 मुस्लिमों के लिये उस समय ढाल बन गई जब 2 अप्रैल को करौली शहर में आगजनी और हिंसा चल रही थी। हिंसा के दौरान 15 मुस्लिम युवक सिटी माॅल में अपनी दुकानें बन्द कर जाने वाले थे तो मधुलिका सिंह ने ख़तरे को देखते हुए माॅल के अन्दर से ताला लगा दिया था।

इस दौरान उपद्रवियों की भीड़ ने मधुलिका सिंह से पूछा कि क्या यहाँ कोई छुपा है तो मधुलिका सिंह ने इनकार कर दिया। यह माॅल मधुलिका सिंह के भाई संजय सिंह का है और खुद मधुलिका सिंह भी माॅल में ही दुकान चलाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बात की पुष्टि माॅल में ही दुकान चलाने वाले एक दुकानदार दानिश ने की है। (In Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh given protection to 15 Muslim youths)

मानवता की मिसाल क़ायम करने वाली मधुलिका सिंह के अनुसार यह घटना 2 अप्रैल की 5 से 6 बजे के बीच की है जब करौली शहर में हिंसा और आगजनी हो रही थी। उस समय मधुलिका सिंह ने अपने माॅल के सभी हिन्दू और मुस्लिम दुकानदारों को मॉल से बाहर जाने से रोक दिया था और मॉल का अन्दर से ताला लगाकर उपद्रवियों की भीड़ के सामने अपने दुकानदारों के लिये ढाल बनकर खड़ी हो गई थी।

Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh

जारी हिंसा के बीच इस दौरान मधुलिका सिंह के भाई जो मॉल के मालिक हैं संजय सिंह भी वहाँ पहुंचे और उन्होंने सभी मुस्लिम युवकों को आश्वस्त किया कि सब ठीक हो जायेगा, आप सभी यहाँ सुरक्षित है। फ़िर लगभग 3 घंटे के बाद सभी मुस्लिम युवक एक एक करके मॉल से निकलकर अपने अपने घर सुरक्षित पहुँच गये थे। (In Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh given protection to 15 Muslim youths)

मॉल में दुकान चलाने वाले मुस्लिम युवक दानिश का कहना है कि “हम हिंसा होने पर दुकान के ताले भी नही लगा पाये थे कि उस गली में हिंसक भीड़ आ गई और वह वापस माॅल में आ गया था। यह देखकर ऊपर दीदी मधुलिका सिंह आयी और वह हमें कमरे में ले गई और कहा आप कमरे में ही बैठे रहो मैं स्थिति को सम्भालती हूँ।” मौक़े पर मौजूद दानिश,तालिब और समीर का कहना है कि “दीदी मधुलिका सिंह की वजह से वहाँ उनका सुरक्षित रहना संभव हो सका है। जिन्होंने समय से माॅल का गेट बन्द करके हम सबको बचा लिया।” (In Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh given protection to 15 Muslim youths)

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मधुलिका सिंह

इस पूरे घटनाक्रम पर मधुलिका सिंह का कहना है कि “हम राजपूत हैं और हमारा धर्म दूसरे की रक्षा करना है चाहे किसी का धर्म कुछ भी हो।” मधुलिका सिंह ने शोभायात्रा पर मुस्लिमों द्वारा किये गये पथराव को दरकिनार करते हुए कहा कि “इन लड़कों ने तो यह सब नहीं किया तो फ़िर इन्हें दूसरों के किये की सजा क्यों मिले? मेरी अंतरात्मा मुझे हमेशा कचोटती अगर मैं इनका ख़ून बहता देखती।”

बता दें कि इस घटना के सम्बन्द में करौली कलेक्टर द्वारा जाँच के बाद सीएम कार्यालय में जो रिपोर्ट भेजी है उसके अनुसार इस हिंसा और आगजनी में लगभग ढाई करोड़ की सम्पत्ति का नुकसान हुआ है। जिसमें 7 हिन्दू परिवार और 73 मुस्लिम परिवार प्रभावित हुए हैं। शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा और तनाव के बाद पुलिस की कार्यवाही में कुल 46 उपद्रवी अरेस्ट किये गये हैं। और कुल 21 वाहन ज़ब्त किये हैं। (In Karauli violence,Rajput woman Madhulika Singh given protection to 15 Muslim youths)

Author: Desh Duniya Today

 रिपोर्ट:  फ़रहाद पुण्डीर

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