Lucknow dharm Saini News: जेल जा सकते हैं प्रदेश के पूर्व मन्त्री धर्म सिंह सैनी, आयुष घोटाले में मोटी रक़म लेने का आरोप, निजी सचिव ही बना STF का गवाह
लखनऊ: Lucknow dharm Saini News- एक बड़ी ख़बर उत्तर प्रदेश से, जहाँ चर्चित आयुष घोटाले में पूर्व आयुष मन्त्री धर्म सिंह सैनी का जेल जाना लगभग तय हो चुका है। इस मामले में STF ने अपनी जाँच पूरी करने के बाद जो चार्जशीट दाख़िल की है, उसमें प्रदेश के पूर्व आयुष मन्त्री सिंह सैनी का नाम भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्व आयुष मन्त्री सैनी ने कॉलेजों की मान्यता की स्वीकृति प्रदान करने के लिये मोटी रक़म की घूस ली गयी थी।
आरोप है कि UG की मान्यता के लिये 1 करोड़ 60 लाख रुपये की घूस ली गयी थी, जबकि PG की मान्यता के 50 लाख रुपये घूस ली गयी थी। और इस घूस की रक़म का एक बड़ा हिस्सा तत्कालीन आयुष मन्त्री को दिया गया था। यह ख़ुलासा STF की तरफ़ से आयुष कॉलेजों में बिना नीट (NEET) परीक्षा किये ही एडमिशन की जाँच के मामले में दाख़िल की गयी चार्जशीट में हुआ है। (Lucknow dharm Saini News)
इस मामले के आरोपी प्रोफेसर एस.एन सिंह (पूर्व निदेशक आयुष मन्त्रालय) व डॉक्टर उमाकान्त यादव ने STF को दिये अपने बयानों में बताया कि “वर्ष- 2019 में सुप्रीम कोर्ट की तरफ़ से जारी एक आदेश की कड़ी में डॉक्टर अनवर सईद व डॉक्टर अकरम निदेशालय में डॉक्टर उमाकान्त से मिले थे। डॉक्टर अकरम व डॉक्टर सईद ने डॉक्टर उमाकान्त से कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का शीघ्र अनुपालन करवा दें, तो UG की मान्यता के लिये 1 करोड़ 10 लाख रुपये और PG हेतु 50 लाख रुपये दे देंगे। (Lucknow dharm Saini News)
इसके बाद एस.एन सिंह व डॉक्टर उमाकान्त ने इन दोनों को तत्कालीन आयुष मन्त्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी के पर्सनल सेक्रेटरी राजकुमार दिवाकर के माध्यम से भेंट कर मन्त्री से मिलवाया। और तत्कालीन आयुष मन्त्री से यह कार्य पूरा होने के आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टर सईद व डॉक्टर अकरम ने अलग अलग डेट में UG के लिये 1 करोड़ 10 लाख रुपये एस.एन सिंह और उमाकान्त को दिये गये। इसके बाद PG वाली फाइलों के लिये भी 50 लाख रुपये दिये गये थे। फ़ाइलें पास होने के बाद मिली इस रक़म को तत्कालीन आयुष मन्त्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी, प्रोफेसर एस.एन सिंह, उमाकान्त यादव के बीच बांटा गया था। (Lucknow dharm Saini News)
मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार तत्कालीन मन्त्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी के विरुद्ध उनके ही तत्कालीन निजी सचिव राजकुमार दिवाकर ने गवाही दी है। अब माना जा रहा है कि राजकुमार दिवाकर का यह बयान पूर्व आयुष मन्त्री की काफ़ी मुश्किलें बढ़ायेगा। STF ने राजकुमार दिवाकर का बयान मजिस्ट्रेट के सम्मुख CRPC की धारा- 164 के अन्तर्गत दर्ज कराया गया है। मन्त्री के तत्कालीन पर्सनल सेक्रेटरी राजकुमार दिवाकर ने पुलिस को 161 के तहत दिये गये बयान को ही 164 के बयान में भी दोहराया है। (Lucknow dharm Saini News)
राजकुमार दिवाकर ने अपने बयानों में प्रदेश के पूर्व आयुष मन्त्री द्वारा घूस लिये जाने की पुष्टि की है। राजकुमार दिवाकर ने प्रोफेसर एस.एन सिंह और डॉक्टर उमाकान्त के भी बयानों की भी पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार प्रदेश के पूर्व आयुष मन्त्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी ने STF द्वारा 91 CRPC का नोटिस भेजने के बाद अपनी अरेस्टिंग की आशंका को लेकर कोर्ट में अग्रिम ज़मानत की अर्जी भी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने यह अर्ज़ी ख़ारिज कर दी थी। (Lucknow dharm Saini News)
बताया जा रहा है कि एस.एन सिंह, डॉक्टर उमाकान्त व राजकुमार दिवाकर के बयानों के बाद STF ने डॉक्टर धर्म सिंह सैनी को पूछताछ के लिये दस्तावेज़ों के साथ हाज़िर होने को कहा था, लेकिन वे स्वास्थ ठीक न होने का हवाला देकर पूछताछ के लिये हाज़िर नहीं हुए थे। बताया जा रहा है कि STF की चार्जशीट के सम्बन्ध में जब तत्कालीन मन्त्री डॉक्टर धर्म सिंह सैनी से सम्पर्क करने की कोशिश भी की लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। (Lucknow dharm Saini News) “[इनपुट सोर्स-NT न्यूज़]
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