Manipur Violence Grief of The Victim Husband: ‘मेरे ही सामने उपद्रवियों ने मेरी बीवी के कपड़े उतारे और फ़िर कर दी हैवानियत की सारी हदें पार’- पढ़िये एक पीड़िता के पति का दर्द
मणिपुर: Manipur Violence Grief of The Victim Husband: मणिपुर में विगत 3 मई को शुरु हुई हिंसा थमने का बिल्कुल भी नाम नहीं ले रही है। बीती रात्रि भी मणिपुर में 2 समुदायों के बीच अंधाधुन फ़ायरिंग हुई।
इसके अलावा जहाँ 2 महिलाओं के साथ दरिन्दगी करने की वीडियो वायरल होने से हड़कम्प मचा हुआ है। इस बीच दरिन्दगी की शिकार हुई एक महिला के पति ने अपना दर्द ज़ी न्यूज़ चैनल के साथ साझा किया है। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
पीड़ित पति ने अपना दर्द सुनाते हुए कहा कि 4 मई को भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। उपद्रवियों ने उनका घर जला दिया, घर में जो सामान था सब उठा ले गये। घर में मौजूद भेड़,बक़री, मुर्गा..जो भी पालतू जीव थे, उन्हें कुछ को मार दिया और मवेशियों को जंगल में भगा दिया। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
पीड़ित ने बताया कि यें सब मैतई लोग थे, हमने कुछ को पहचाना लेकिन सबको पहचान नहीं पाये, क्योंकि वो लोग दूर से आये थे। वो हज़ारों की संख्या में थे। मैं अपनी पत्नी के साथ जंगल में जा छिपा था। कुछ मेरे रिश्तेदार भी हमारे साथ थे। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
घर में आग लगाने के बाद वे लोग जंगल में वहाँ भी पहुँच गये जहाँ हम लोग छुपे थे। उन्होंने हमें पकड़ लिया। मेरी पत्नी और बेटी को पकड़ा उसके बाद उनके कपड़े उतारकर इनका रेप किया। भाई अपनी बहन (पीड़ित की पत्नी) को बचाने गया तो उसे भी मार दिया। उसके बाद पिता को भी मार दिया। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
पीड़ित ने बताया कि पुलिस को हमने कहा था कि हमारा घर जलाया जा रहा है। पुलिस ने जवाब दिया कि हम नहीं आ सकते। यहाँ भी माहौल ख़राब है। हमारी महिलाओं ने भी पुलिस से मदद की गुहार लगायी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया।पीड़ित पति का आरोपी है कि पुलिस के सामने ही मेरी पत्नी से रेप हुआ। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
उन मैतेई लोगों (उपद्रवियों) के बीच एक फ़ौज का पुराना अफसर बजी था। उसने हमारी महिलाओं को इज़्ज़त ढकने के लिये अपना कपड़ा दिया, लेकिन एक भीड़ में से एक आदमी ने कहा कि कपड़ा क्यों दिया? ये तो पहाड़ी महिला है। उसका कपड़ा फिर से उतारने लगे, जो कपड़ा थोड़ा बचा था उससे किसी तरह अपना बदन ढका। (Manipur Violence Grief of The Victim Husband)
हैवानियत की शिकार हुई हमारी महिलायें वहाँ पर जो परिजनों की लाशें पड़ी थी, उनके पास जाने लगी तो उन लोगों ने कहा कि अगर मरना नहीं चाहती हो तो यहाँ से भाग जाओ। पीड़ित ने कहा कि हमारी किसी पुलिस वग़ैरह ने मदद नहीं की। उसने कहा पुलिस पर से भरोसा उठ गया।
Courtesy: Zee Media
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