Meerut Constable Gopichand Murder: कॉन्स्टेबल तान्त्रिक के पास गया था पत्नी को मरवाने,लेकिन तान्त्रिक ने पति को ही निपटा दिया- पढ़िये कुछ समय पहले हुई इस घटना की कहानी
दिल्ली/NCR: Meerut Constable Gopichand Murder- एक चौंका देने वाली ख़बर उत्तर प्रदेश के मेरठ से जहाँ एक कांस्टेबल की पत्नी ने अपने पति के ग़ायब होने की सूचना दर्ज करायी थी, लेकिन कॉन्स्टेबल का कोई सुराग न मिलने के कारण महिला ने अपने पति की गुमशुदगी के मामले में उच्च अधिकारियों से भी गुहार लगायी थी।
महिला का कॉन्स्टेबल पति दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात था। जबकि जो पत्नी अपने पति के गुम होने के बाद इतनी परेशान थी उसे क्या पता था उसका पति उसी को मारने के इंतज़ाम के चलते गुम चल रहा था। क्योंकि महिला का कॉन्स्टेबल पति गोपी अपनी पत्नी से छुटकारा पाने के लिये एक तान्त्रिक के सम्पर्क में था। (Meerut Constable Gopichand Murder)
तान्त्रिक ने कॉन्स्टेबल से उसकी पत्नी को तन्त्र-मन्त्र से मारने के लिये कॉन्स्टेबल गोपी से 5 लाख रुपये भी ऐंठ लिये थे। तान्त्रिक गणेशानन्द ने कॉन्स्टेबल गोपी को आश्वासन दिया हुआ था कि वह अपनी तन्त्र विद्या से ही उसकी पत्नी से उसको हमेशा-हमेशा के लिये छुटकारा दिला देगा। (Meerut Constable Gopichand Murder)
कॉन्स्टेबल गोपी ने तान्त्रिक गणेशानन्द को अपनी पत्नी को मरवाने के लिये लगभग साढ़े 4 लाख रुपये भी दिये हुए थे। लेकिन तान्त्रिक ने कहा हुआ था कि उसे इस साधना में कुछ महीने लगेंगे, और जैसे ही उसकी साधना पूरी हो जायेगी तो उसकी पत्नी की निश्चित तौर पर मृत्यु हो जायेगी। (Meerut Constable Gopichand Murder)
कॉन्स्टेबल गोपी पिछले एक साल से अपनी पत्नी को मरवाने के चक्कर में तान्त्रिक गणेशानन्द के सम्पर्क था। तान्त्रिक गणेशानन्द ने कॉन्स्टेबल गोपी से कहा था कि बस अब एक अन्तिम साधना बची है, जिसके पूरे होते ही उसकी पत्नी मर जायेगी, लेकिन इस बार तुम लम्बी छुट्टी लेकर मेरे पास आना। (Meerut Constable Gopichand Murder)
क्योंकि कॉन्स्टेबल गोपी अपनी पत्नी को मारने की और अधिक प्रतीक्षा नहीं करना चाहता था, इसलिये मार्च महीने में कॉन्स्टेबल गोपी ने 14 दिन की छुट्टी ली और तान्त्रिक के पास जा पहुँचा। हत्यारोपी तान्त्रिक गणेशानन्द के अनुसार “अन्तिम साधना में उन्हें रात में नदी किनारे एक मुर्ग़े की बलि देनी थी, जिसके लिये वे दोनों एक मोटरसाइकिल से नदी के किनारे पहुँचे… (Meerut Constable Gopichand Murder)
उनके पास एक बलि का मुर्ग़ा, एक बड़ा चाकू और कुछ तन्त्र-मन्त्र के काम आने वाली सामग्री थी। तान्त्रिक के अनुसार इस तन्त्र साधना के बाद कॉन्स्टेबल की पत्नी की मृत्यु होनी थी। तान्त्रिक ने कुछ मंत्रोच्चार के बाद चाकू उठाकर मुर्ग़े की बलि दे दी। कॉन्स्टेबल गोपी बड़ा ख़ुश था कि अब तो उसकी पत्नी की मृत्यु हो ही जायेगी। (Meerut Constable Gopichand Murder)
लेकिन इसी बीच अचानक तान्त्रिक ने चाकू से कॉन्स्टेबल गोपी का भी गला काट दिया और कॉन्स्टेबल गोपी की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि पैसों के लालच में तान्त्रिक ने कॉन्स्टेबल गोपी की हत्या की। उधर कॉन्स्टेबल की पत्नी की तहरीर के अनुसार पुलिस लगातार गोपी की तलाश कर रही थी। (Meerut Constable Gopichand Murder)
हालाँकि कॉन्स्टेबल गोपी की पत्नी को यह तो पता था कि कुछ समय से उसका पति एक तान्त्रिक से मिलता जुलता है, लेकिन वह यह नहीं जानती थी कि उसका पति उसी की हत्या कराने के लिये तान्त्रिक के सम्पर्क में था। जब यह बात महिला ने पुलिस को बतायी तो पुलिस ने तान्त्रिक गणेशानन्द की तलाश शुरु कर दी। (Meerut Constable Gopichand Murder)
कुछ समय की तलाशी के बाद पुलिस ने तान्त्रिक को गिरफ़्तार कर पूछताछ की तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया। तान्त्रिक ने बताया कि उसने ही गोपी की हत्या की है, और उससे गोपी से साढे 4 लाख रुपये भी ले लिये थे। 1 लाख रुपये 26 मार्च को गोपी ने उसे ट्रांसफर किये थे। (Meerut Constable Gopichand Murder)
तान्त्रिक ने बताया कि “उसने गोपी को पत्नी की मौत का झूठा आश्वासन देकर मोटी रक़म वसूल ली थी, लेकिन पैसे हड़पने के लालच में आकर उसने गोपी की हत्या कर थी।” मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार फ़िलहाल आरोपी तान्त्रिक गणेशानन्द पुलिस की गिरफ़्त में है, और पुलिस उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने में जुटी है। (Meerut Constable Gopichand Murder)
[नोट: यह घटना इस वर्ष अप्रैल की है, इसे एक आपराधिक कहानी के तौर पर प्रकाशित किया गया है]
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