MP Religious Education In Schools: मध्यप्रदेश के स्कूलों में पढ़ाये जायेंगे हिन्दू धार्मिक ग्रंथ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा नहीं करेंगे अपमान सहन
नई दिल्ली: MP Religious Education In Schools- मध्यप्रदेश के मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को हिन्दू धार्मिक ग्रंथ पढ़ाये जायेंगे। शिवराज सिंह ने इन हिन्दू धार्मिक ग्रंथों का अपमान करने का प्रयास करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि “एसे कृत्यों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।” (MP Religious Education In Schools)
बता दें कि हाल ही में बीते कुछ दिनों से कुछ राजनीतिक नेताओं द्वारा रामायण पर आधारित हिन्दू धार्मिक पुस्तक रामचरित मानस पर दिये गये विवादास्पद बयानों की पृष्ठभूमि में बीजेपी के वरिष्ठ नेता की चेतावनी आयी है। शिवराज चौहान ने एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि “प्राचीन हिन्दू महाकाव्य अमूल्य पवित्र ग्रंथ हैं, और वे मनुष्य के नैतिक चरित्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।” (MP Religious Education In Schools)
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि”हमारे रामायण, महाभारत, वेद, उप-निषद, श्रीभगवद भागवत गीता जितने भी ग्रंथ हैं ये सब हमारे अमूल्य धार्मिक ग्रंथ हैं। यें ग्रंथ मानव को नैतिक बनाने की पूरी क्षमता हैं। इसलिये हमारे धर्म ग्रंथों की शिक्षा भी हम शासकीय विद्यालयों में प्रदान देंगे। गीता का सार, रामायण, रामचरित मानस और महाभारत के प्रसंग भी पढ़ायेंगे।” (MP Religious Education In Schools)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “मैं रामायण ग्रंथ देने वाले तुलसीदास जी को प्रणाम करता हूँ। ऐसे लोग जो हमारे इन महापुरुषों का अपमान करते हैं, उन्हें बरदाश्त नहीं किया जायेगा। हम अपने मध्यप्रदेश में इन पवित्र ग्रंथों की शिक्षा देकर अपने बच्चों को नैतिक और पूर्ण भी बनायेंगे।” (MP Religious Education In Schools)
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