हज पर जाने से पूर्व मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी मर्ज़ी से ₹40 लाख खर्च कर बनवाया कृष्ण मन्दिर,जानिए क्या है वजह-Muslim built temple in Jharkhand
हज पर जाने से पूर्व मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी मर्ज़ी से ₹40 लाख खर्च कर बनवाया कृष्ण मन्दिर,जानिए क्या है वजह-Muslim built temple in Jharkhand
झारखण्ड:
देश में आज जहाँ मन्दिर-मस्जिद विवाद,लव जिहाद और हिजाब जैसे मुद्दे मीडिया और जनता के बीच सुर्ख़ियां बटोरते दिखाई दे रहें हैं वहीं देश में कमज़ोर पड़ चुके साम्प्रदायिक सौहार्द के ताने-बाने के बीच एक बड़ी साम्प्रदायिक सौहार्द को मज़बूती प्रदान करने वाली ख़बर सामने आयी है। .दरअसल झारखण्ड के दुमका जनपद के रानीश्वर विकासखण्ड निवासी मोहम्मद नौशाद नाम के व्यक्ति ने सपने के आधार पर ₹40 लाख रुपये ख़र्च करके भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मन्दिर बनवाया है जिसे बनने में कई वर्ष का समय लगा है। अब मन्दिर निर्माण पूरा होने के बाद मोहम्मद नौशाद हज पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। (Muslim built temple in Jharkhand)
मोहम्मद नौशाद का कहना है कि “मंदिर बनाना मेरा संकल्प था और हज मेरा फ़र्ज़ है और यह फ़र्ज़ इंशाअल्लाह जल्द ही पूरा होगा।” लेकिन जब मोहम्मद नौशाद से पूछा गया कि “एक इस्लाम धर्म के अनुयायी के मन में अचानक मन्दिर बनवाने का ख़्याल आया कैसे? तो उन्होने 3 वर्ष पुरानी एक बात का ज़िक्र करते हुए बताया कि “जनवरी 2019 में वह घूमने के इरादे से पश्चिम बंगाल के मायापुर गया था जहाँ 16-वीं सदी में भक्ति आन्दोलन के प्रणेता चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। और वह मायापुर स्थित मन्दिर परिसर में ही ठहरा था। (Muslim built temple in Jharkhand)
मोहम्मद नौशाद ने बताया कि 8 जनवरी 2019 की रात को उन्होंने ख़्वाब में देखा कि निमाई संन्यासी चैतन्य महाप्रभु उनका हाथ पकड़कर कह रहे हैं कि मैं तो तुम्हारे गाँव महेशबथान में ही रहता हूँ और तुम (मोहम्मद नौशाद) वहीं मेरे आराध्य पार्थसारथी भगवान श्रीकृष्ण का मन्दिर बनवाओ।” मोहम्मद नौशाद ने अगले ही दिन अपने गाँव लौटने के बाद घरवालों से इस घटना का ज़िक्र किया और उन्होंने अगले ही दिन से मन्दिर निर्माण के लिये बुनियाद की खुदवाई का कार्य शुरु कर दिया था। अब लगभग वर्ष बाद यह मन्दिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। और विगत 14 फ़रवरी 2022 को यहाँ मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान भी बड़े धूमधाम से पूरा हो चुका है। (Muslim built temple in Jharkhand)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस महेशबथान नाम के गाँव में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर मन्दिर का निर्माण किया गया है उस गाँव में हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही सम्प्रदाय के लोग बड़े ही सौहार्द से रहते आ रहे हैं। और इस गाँव में कभी भी दोनों धर्मों के बीच कोई साम्प्रदायिक भी विवाद नहीं हुआ है। दोनों ही समुदाय के बीच एक दूसरे के विवाहों, पर्वो आदि को मिल जुलकर मनाते हैं। बताया जाता है कि आज से लगभग 300 वर्ष पूर्व यहाँ के ज़मींदार पूति महाराज ने इस गाँव में पार्थसारथी पूजा करानी आरम्भ करायी थी। यहाँ कभी हर वर्ष माघ पूर्णिमा पर एज बड़े मेले का आयोजन किया जाता था। लेकिन जब ज़मींदारी समाप्त हुई तो यहाँ मेला लगना भी बन्द हो गया था। (Muslim built temple in Jharkhand)
वर्ष 1990 में गाँव के क़ादिर शेख़, अबुल शेख़, लियाक़त शेख़ आदि लोगों ने मिलकर भाईचारे की पुरानी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए पुनः वार्षिक पार्थसारथी पूजा और मेले की शुरुआत कराई। मोहम्मद नौशाद भी इस कार्य में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते आ रहे हैं। विगत 14 फरवरी 2022 को इस मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पश्चिम बंगाल से 108 ब्राह्मण आये थे और पूरे बैंड बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा भी निकाली गयी और हवन पूजन के साथ विधिवत रूप से मन्दिर का लोकार्पण हुआ। दोनों ही धर्मो के लोगों ने इस कार्य को मिलजुलकर किया। (Muslim built temple in Jharkhand)
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