Qatar 8 Indians Sentenced To Death: गिरफ़्तार किए गए आठ भारतीय नागरिक नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं और क़तर की ज़ाहिरा अल आलमी नाम की कंपनी में काम करते थे। ये कम्पनी सबमरीन प्रोग्राम में क़तर की नौसेना के लिये कार्य कर रही थी…
नई दिल्ली (BBC): Qatar 8 Indians Sentenced To Death- क़तर में गिरफ़्तार आठ भारतीय नागरिकों को फांसी की सज़ा को भारत ने दुखद बताते हुए कहा है कि वो इस मामले में सभी क़ानूनी विकल्पों की तलाश करेगा। ये 8 भारतीय नेवी के रिटायर्ड अधिकारी हैं, जो कि पिछले वर्ष अगस्त माह से ही क़तर की जेल में बन्द हैं। कक़तर ने उन पर लगे आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि “हमारे पास शुरुआती जानकारी है, कि क़तर की कोर्ट ने अल-दाहरा कम्पनी के 8 भारतीय कर्मचारियों से जुड़े मामले में अपना निर्णय सुनाया है।” BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार “भारत सरकार ने कहा कि……(Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
“हम 8 भारतीय कर्मचारियों को फांसी दिये जाने के निर्णय से स्तब्ध हैं, और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हम उनके परिजनों और क़ानूनी टीम के सम्पर्क में हैं। हम सर्वोच्च प्राथमिकता से इस मामले को देख रहे हैं, और इस मामले को क़तर प्रशासन के सामने उठाएंगे।” (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
इस संबंध में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “क़तर में भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों से संबंधित अत्यंत दु:खद है, इस घटनाक्रम का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बेहद दु:ख, पीड़ा व अफ़सोस के साथ संज्ञान लिया है।” (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
जयराम रमेश ने लिखा कि “हम आशा और अपेक्षा करते हैं, कि भारत सरकार क़तर सरकार के साथ अपने राजनयिक व राजनीतिक प्रभाव का जितना अधिक से अधिक हो सकता है, उपयोग करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि, अधिकारियों को अपील करने में भरपूर सहारा मिले। साथ ही उन्हें जल्द से जल्द रिहा कराने के लिए भी हरसंभव प्रयास किये जाये।”-(Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
BBC की रिपोर्ट के अनुसार बीते कुछ महीनों से भारत सरकार पर इन सभी 8 पूर्व अधिकारियों को रिहा कराये जाने का बहुत दबाव था, और भारतीय विदेश मन्त्रालय ने कहा था कि “ये मामला उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता’ में है।बीते जून में गिरफ़्तार इन पूर्व अधिकारियों में से एक अधिकारी की बहन मीतू भार्गव ने अपने भाई को वापस लाने के लिये सरकार से सहायता माँगी थी। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
मीतू भार्गव ने एक्स पर लिखा था कि “ये पूर्व नेवी अधिकारी देश के गर्व हैं, और मैं फ़िर से माननीय प्रधानमन्त्री से हाथ जोड़कर अपील करती हूँ, कि बिना देरी किये उन्हें तुरन्त भारत वापस लाया जाना चाहिये।” बता दें कि सितम्बर- 2022 में क़तर सरकार ने इन 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को गिरफ़्तार किया था। और मार्च माह 2023 में इन 8 भारतीय अधिकारियों पर जासूसी के आरोप तय किये गये थे। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
गिरफ़्तार किए गये 8 भारतीय नागरिक नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं और क़तर की ‘ज़ाहिरा-अल-आलमी’ नाम की कंपनी में काम करते थे। ये कम्पनी सबमरीन प्रोग्राम में क़तर की नौसेना के लिये कार्य कर रही थी। इस प्रोग्राम का उद्देश्य रडार से बचने वाले हाईटेक इतालवी तक़नीक़ पर आधारित सब-मरीन हासिल करना था। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
कम्पनी में 75 भारतीय नागरिक कर्मचारी थे। इनमें से अधिकांशतः भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी थे। मई में कम्पनी ने कहा था कि वह 31 मई-2022 से कम्पनी को बन्द करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कम्पनी के प्रमुख ख़मीस-अल-अजामी और गिरफ़्तार किये गये 8 भारतीय अधिकारियों के विरुद्ध कुछ आरोप सामान्य हैं, जबकि कुछ ख़ास क़िस्म के हैं। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
क़तर में जासूसी के आरोप में गिरफ़्तार इन 8 कर्मचारियों को पहले ही बर्ख़ास्त कर दिया गया था, और उनके वेतन का हिसाब किताब भी कर दिया गया था। बीते मई माह में क़तर ने कम्पनी को बन्द करने का आदेश दे दिया था, और इसके लगभग 70 कर्मचारियों को मई- 2023 के अन्त तक क़तर देश को छोड़ देने का निर्देश दे दिया गया था। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
BBC की रिपोर्ट में मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि गिरफ़्तार किये गये इन 8 भारतीय कर्मचारियों ने संवेदनशील जानकारी इसराइल को दी थी। भारतीय मीडिया व अन्य ग्लोबल मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार इन 8 पूर्व नौसैनिकों पर आरोप है कि, उन्होंने कथित तौर पर अति उन्नत इतालवी पनडुब्बी को ख़रीदने से सम्बंधित क़तर के ख़ुफ़िया कार्यक्रम के बारे में इसराइल को जानकारी दी थी। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
यानी इन 8 भारतीय रिटायर्ड नौ सैनिकों पर इसराइल के लिये जासूसी करने के आरोप भी लगाये जा सकते हैं। क्योंकि क़तर की ख़ुफ़िया एजेंसी का दावा है कि, उसके पास इस कथित जासूसी के बारे में इलेक्ट्रॉनिक सबूत मौजूद हैं। क़तर की निजी सुरक्षा कम्पनी ज़ाहिरा-अल-आलमी के लिये कार्य करने वाले भारतीय नौसेना के ये 8 पूर्व अधिकारी क़तर की नौसेना को कई तरह के प्रशिक्षण देते थे। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन्हें भारत और क़तर के बीच एक समझौते के तहत नियुक्त किया गया था। कम्पनी की वेबसाइट पर उसे क़तर के रक्षा मन्त्रालय, सुरक्षा व दूसरी सरकारी एजेंसियों का स्थानीय व्यापारिक पार्टनर बताया गया है। ये प्राइवेट कम्पनी क़तर की सशत्र सेना को ट्रेनिंग और सर्विस मुहैया कराती थी। (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
कम्पनी ने ख़ुद के रक्षा उपकरणों को चलाने व उनकी मरम्मत-देखभाल करने का विशेषज्ञ बताया है। इस वेबसाइट पर कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों और उनके पद की पूरी जानकारी दी गयी है। कम्पनी के Linkedin पेज पर लिखा है कि “यह रक्षा उपकरणों को चलाने व लोगों को प्रशिक्षण देने के मामले में क़तर में सबसे आगे है।” (Qatar 8 Indians Sentenced To Death)
…समाचार स्रोत: BBC हिंदी
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