Saharanpur News: अपनी मर्ज़ी से किसी भी धर्म की जानकारी लेना या देना ग़लत बात नहीं लेकिन किसी पर ज़बरदस्ती थोपना लोकतन्त्र की हत्या है- क़ारी इसहाक़ गोरा
सहारनपुर: Saharanpur News
AMU (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) के सिलेबस से दो इस्लामिक विद्वानों के विचारों को हटाकर उनके स्थान पर सनातन धर्म की शिक्षा शुरु करने के कथित विवाद पर इस्लामिक विद्वानों की भी प्रतिक्रिया की आनी शुरु हो गयी है।
इस मुद्दे पर सहारनपुर के प्रसिद्ध दीन-ए-आलिम क़ारी इसहाक़ गोरा का कहना है कि “अपनी मर्ज़ी से किसी भी व्यक्ति को किसी भी धर्म की जानकारी लेना या किसी धर्म की जानकारी देना कोई ग़लत बात नहीं लेकिन किसी पर किसी धर्म की जानकारी अथवा शिक्षा थोपना ग़लत बात है।”
क़ारी इसहाक़ गोरा का कहना है कि उन्होंने अपने इस्लाम धर्म की बेशुमार किताबें पढ़ी हैं, इनके अलावा अन्य मज़हबों की बहुत सी किताबें पढ़ी हैं, ये उनकी मर्ज़ी है। लेकिन अगर किसी पर ज़बरदस्ती दूसरे मज़हब की शिक्षा थोपी जाती है तो यह लोकतंत्र की हत्या है।”
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