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देश में उपजे ताजमहल विवाद के बीच अब बहती गंगा में हाथ धोने उतरी जयपुर की राजकुमारी, कहा ताज मुग़लों की नहीं हमारे पूर्वजों की है विरासत-Taj Mahal controversy
राजस्थान : Taj Mahal controversy- वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मन्दिर को लेकर देश में उपजे विवादों के बीच अब आगरा के ताजमहल पर भी विवाद शुरु हो गया है। हाल ही में यूपी के इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक भाजपा कार्यकर्ता ने ताजमहल को लेकर अदालत में एक याचिका दायर की है जिस में ताजमहल की जगह तेजो महालय अथवा शिव मन्दिर होने का दावा किया गया है। इस याचिका में याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि यदि ताजमहल के 20 दरवाज़े खुलते हैं तो इस रहस्य से पर्दा उठ जायेगा कि यहाँ कभी तेजो महालय या शिव मन्दिर था अथवा नहीं।
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वहीं देश में अब मुग़लों के बहाने इस्लामिक संस्कृति को निशाना बनाने की चलती अभिनव परम्परा के बीच राजस्थान के राजसमन्द की बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने ताजमहल पर छिड़े विवाद के बीच ताजमहल की ज़मीन को अपने पूर्वजों की सम्पत्ति बताया है। उन्होंने कहा कि ” ताजमहल हमारी सम्पत्ति थी और यह सम्पत्ति हमारी विरासत रही थी। ताजमहल की ज़मीन हमारे पूर्वजों की थी और हमारे पोथीखाने में इस ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ भी रखे हुए हैं।” (Taj Mahal controversy)
बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने कहा कि “ज़मीन (ताज भूमि) हमारी थी लेकिन उस समय मुग़लों का राज था और उन्होंने (मुग़लों ने) यह ज़मीन लेकर उस पर ताजमहल बनवा दिया।” दिया कुमारी ने कहा कि ‘हो सकता है उस समय उन्हें (मुग़लों को) वह ज़मीन पसन्द आयी हो।” बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने यह दावा करते हुए ताजमहल के बन्द हिस्से को खोलने की माँग उठाई है। (Taj Mahal controversy)