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  • जेल से छूटते ही आज़म ख़ान के बेटे अब्दुल्ला आज़म बीजेपी पर हुए हमलावर,कहा 10 मार्च को ख़त्म हो जाएगा बीजेपी ज़ुल्म-Umar Abdulla

रामपुर: Umar Abdulla
पिछले 23 महीनों से जेल में बन्द सपा नेता आज़म ख़ान के बेटे अब्दुल्ला आज़म जेल से रिहा होते ही बीजेपी पर ख़ूब हमलावर हुए। उन्होंने कहा कि “मैं चाहता हूँ कि अदालतें न्याय दें..मैं चुनाव भी लड़ूँगा और जीतूँगा भी।” आज़म ख़ान नौ बार विधायक रहें हैं..और अब वे ऐसे मुक़दमे में जेल में बंद है जिस में 8 लोगों को अग्रिम जमानत मिल मिल चुकी है।” उन्होंने कहा कि “इस बार अखिलेश जी 200% मुख्यमंत्री बनेंगे।..मैं बस एक ही बात कहूँगा कि 10 मार्च के बाद ज़ुल्म ख़त्म हो जाएगा और ज़ुल्म करने वाले को भी गद्दी से उतार दिया जाएगा।”

जेल से छूटकर अपने गृह जनपद रामपुर पहुँचे अब्दुल्ला आज़म ने कहा कि “रामपुर में मौजूदा अधिकारियों के रहते इस मण्डल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता है।..सब दिशानिर्देश मात्र विपक्ष के लिए ही हैं। जो ज़ुल्म हम पर हो सकते थे..वे किए गए, और आज भी मेरे पिता को वहाँ (जेल के अन्दर) जान का ख़तरा है।

अब अब्दुल्ला आज़म की जेल से रिहाई के बाद लोगों के मन में यह प्रश्न ज़रूर उठ रहा है कि जैसे अब्दुल्ला आज़म के ऊपर बहुत से संगीन आपराधिक मामले दर्ज किये हुए हैं तो क्या ऐसी परिस्थितियों में वे चुनाव लड़ने के योग्य हैं? इस संबंध में विधि विशेषज्ञ कहते हैं कि अब्दुल्ला आज़म चुनाव लड़ सकते हैं। क्योंकि आज की तारीख़ में जो अब्दुल्ला आज़म पर चल रहे मुक़दमों की स्थिति है, उसके अनुसार उनके चुनाव लड़ने पर कोई पाबन्दी नहीं है। क्योंकि उन्हें अभी तक उन पर चल रहे किसी भी मुक़दमे में सज़ा नहीं हुई है। यें सभी मुक़दमे ट्रायल की स्थिति में हैं, और सभी मुक़दमों में अभी गवाही चल रही है।
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