Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting: भगोड़े रेप के आरोपी नित्यानन्द की प्रतिनिधि ने यूएन की बैठक में भारत पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप, जानिये इस पर UN की क्या रही प्रतिक्रिया?
Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting: भारत में दुष्कर्म के आरोपों का सामने कर रहे भगोड़े नित्यानन्द की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने हाल ही में UN (संयुक्त राष्ट्र) की बैठक में शामिल हुई। और भारत पर नित्यानन्द को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। UN की बैठक में शामिल होने की विजयप्रिया की तस्वीरें देशभर में ख़ूब वायरल हुई तो भारत मे एक नई बहस सी छिड़ गयी। जिसके बाद अब इस मुद्दे पर UN का जवाब आया है।
‘आजतक’ की एक रिपोर्ट्स के अनुसार नित्यानन्द की प्रतिनिधि विजय प्रिया जो भारत के ख़िलाफ़ प्रोपेगेंडा लेकर UN की अहम बैठक में पहुँची थी वह फ्लॉप शो बनकर रह गया। ‘आजतक’ के अनुसार उनकी पड़ताल में इस बात की पुष्टि हो गयी है कि भारत के रेप के भगोड़े नित्यानन्द ने UN के मन्च तक पहुँचने के लिये एक NGO के एक नेटवर्क का प्रयोग किया था।” (Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting)
‘आजतक’ के अनुसार इस मामले पर UN का कहना है कि “नित्यानन्द की प्रतिनिधि विजय प्रिया ने UN के मंच पर जो बयान दिया है उस पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।” जिनेवा में OHCHR (संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय) के प्रवक्ता ने Aajtak/India Today को बताया कि UN की बैठक के दौरान कैलासा (Kailaasa-कथित एक नया देश ‘यूनाइटेड स्टेट ऑफ कैलासा ‘United State Of Kailaasa’, जहाँ हिन्दू मान्यता के अनुसार जीवन जिया जाता है) के सदस्यों को उनकी प्रचार सामग्री बाँटने को भी रोक दिया गया था। (Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting)
OHCHR (संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय) के प्रवक्ता ने बताया कि “कैलासा के प्रतिनिधियों ने फ़रवरी माह में जिनेवा में UN की 2 पब्लिक बैठकों में भाग लिया था। इनमें से 1 CEDAW (‘एलिमिनेशन ऑफ डिस्क्रिमिनेशन अगेंस्ट वीमेन’) की बैठक 22 फरवरी को सम्पन्न हुई थी , और दूसरी बैठक हाल ही में 24 फ़रवरी को सम्पन्न हुई थी, जो कि आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक अधिकारों पर केन्द्रित थी, और इस बैठक का आयोजन UN के CESER ने किया था। (Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting)
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय के प्रवक्ता का कहना है कि 24 फ़रवरी को सम्पन्न हुई बैठक वास्तव में एक खुली बैठक थी, जिसमें कोई भी भाग ले सकता था। इस बैठक के सामने आने मुद्दों, सवालों अथवा आरोपों पर एक एक्सपर्ट समिति विचार विमर्श करती है, जिसके बाद बैठक में रखे विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श कर एक प्रारूप तैयार किया जाता है। जिसके बाद बैठक में सम्मिलित लोगों अथवा संगठनों की शिकायतों व उनके सुझावों को सुना जाता है।
नित्यानन्द प्रतिनिधि विजय प्रिया के UN की बैठक में शामिल होने पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय प्रवक्ता ने कहा कि “खुद को कैलासा की परमानेंट अम्बेसडर का दावा करने वाली विजयप्रिया नित्यानन्द ने UN की बैठक में जो भी कहा उस पर कोई ग़ौर ही नहीं किया जायेगा, और न ही सम्बंधित समिति के सामने भेजा जायेगा।” (Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting)
दरअसल नित्यानन्द प्रतिनिधि विजय प्रिया ने UN की बैठक में भारत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नित्यानन्द भारत के हिन्दू धर्म के सर्वोच्च गुरु हैं, लेकिन उन पर मनघडंत आरोप लगाकर सताया जा रहा है। उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। नित्यानन्द को अपने ही देश में उपदेश देने या अपने देश वापस आने नहीं दिया जा रहा है।” Vijayapriya Nithyananda At UN Meeting (सोर्स-आजतक)
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