What is Palestine And Israel Controversy?: गाज़ा पट्टी में बीते कुछ दिनों से हालात काफ़ी बिगड़ रहे थे और येरूशलम में यहूदी समुदाय के लोग जुलूस निकालकर मुसलमानों की पवित्र मस्जिद अल-अक्सा परिसर में भी घुसने का प्रयास कर रहे थे
न्यूज़ डेस्क: What is Palestine And Israel Controversy?- फिलिस्तीन और इजराइल के बीच ताजा टकराव सालों पहले शुरू हुए विवादों का परिणाम है। लगता है हमास इस बार आरपार की लड़ायी के मूड में है। हमास फ़ाइटर्स इज़राइली सीमा में घुस गये हैं, और अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं। गाज़ा से इजराइली शहरों पर रॉकेट हमले किये जा रहे हैं।
इस बीच आइए समझते हैं कि इज़राइल ने बीते 75 वर्षो में किस प्रकार से एक विशाल क्षेत्र वाले फ़िलिस्तीन को छोटा सा टापू बनाकर रख दिया है। फ़िलिस्तीन और इज़राइल में अब ऐसा युद्ध छिड़ गया है कि अब गाज़ा और फ़िलिस्तीन के अस्तित्व पर ख़तरा बन आया है। हमास के “अल-अक्सा स्टॉर्म मिलिट्री ऑपरेशन” के जवाब में इज़राइल द्वारा “ऑपरेशन आइरन स्वोर्ड्स” लॉन्च किया गया है। (What is Palestine And Israel Controversy)
अब गाज़ा में घुसकर इज़राइली वायुसेना बम बरसा रही है। और पूरी तबाही मचाये हुए है। हर ओर चीख़ पुकार मची हुई है। आलम यह है कि हॉस्पिटल्स में मरीजों की कतारें लगी हुई हैं, लेकिन फ़िर भी शहर के लोग बिल्कुल बेख़ौफ़ हैं, और कह रहे हैं कि “अब बस बहुत हुआ”।
गाज़ा पट्टी में बीते कुछ दिनों से हालात काफ़ी बिगड़ रहे थे और येरूशलम में यहूदी समुदाय के लोग जुलूस निकालकर मुसलमानों की पवित्र मस्जिद अल-अक्सा परिसर में भी घुसने का प्रयास कर रहे थे। इज़राइल पर हमेशा से उकसावे की नीति अपनाने के आरोप लगते रहे हैं। (What is Palestine And Israel Controversy)
इन दावों के अनुसार बीते कुछ महीनों में इज़राइली सेना ने जिस प्रकार से फ़िलिस्तीनियों के घरों में घुसपैठ की है और अल-अक़्सा मस्जिद में तोड़फोड़ मचाई गयी, साथ ही आम नागरिकों की हत्यायेँ और टार्गेट किलिग्स की घटनाओं को अंजाम दिया गया, वास्तव में यह जारी युद्ध इन्ही घटनाओं का परिणाम है।
बता दें कि इज़राइल व फ़िलिस्तीन के बीच टकराव का एक बहुत लम्बा और पुराना इतिहास है। वर्ष 1946 से फ़िलिस्तीन ज़मीन, सम्प्रभुता व अपनी सुरक्षा की लड़ायी में लगा है। 19-वीं सदी के अन्त में ज़ायोनी रेवोल्यूशन के बाद इज़राइल अस्तित्व में आया। (What is Palestine And Israel Controversy)
इस रेवोल्यूशन का उद्देश्य फ़िलिस्तीन में यहूदियों के लिये एक देश की स्थापना करना था। इस ज़ायोनी रेवोल्यूशन के दरमियान यहूदी व अरब देशों के बीच तनाव बढ़ गये। मिडिल ईस्ट में तो युद्ध जैसे हालात पैदा हो गये।
बावजूद इसके अमेरिका के प्रभुत्व वाले ‘यूनाइटेड नेशन’ ने फ़िलिस्तीन को बाँटकर कर इज़राइल बसाने का निर्णय लिया। हालाँकि अरब व फ़िलिस्तीन ने इसका विरोध किया। अरब और इजराइल बनाने की मंशा रखने वाले यहूदियों में युद्ध शुरू छिड़ा और फ़िलिस्तीन की ज़मीनें क़ब्ज़ाने के साथ वर्ष-1948 में एक विवादित देश इज़राइल अस्तित्व में आ गया।
वर्ष- 1946-48 के युद्ध के कारण हज़ारों फ़िलिस्तीनी अपना घर बार छोड़ने को मजबूर हो गये। UN ने टू-स्टेट का फॉर्मूला पहले ही तैयार कर लिया था। सीमायें भी पहले ही तय कर दी गयी थी। वेस्ट बैंक व पूर्वी येरुशलम इज़राइल को दिया जाना था, लेकिन युद्ध के बीच इज़राइल ने इसके परे फ़िलिस्तीनी शहरों पर क़ब्ज़ा कर लिया। (What is Palestine And Israel Controversy)
इससे हालात और अधिक बिगड़ गये और इससे फ़िलिस्तीनियों में बड़े पैमाने पर आक्रोश पैदा हो गया। इसके बाद के वर्षों में यहाँ हालात और भी तनावपूर्ण होते गये। युद्ध से पूर्व फ़िलिस्तीन में यहूदियों की आबादी मात्र 6 % थी। बताया जाता है कि इस युद्ध के दौरान लगभग 7.5 लाख फ़िलिस्तीनियों को विस्थापित होना पड़ा और इसके बाद यहूदियों ने 78% भाग पर क़ब्ज़ाकर लिया।
अरब व इज़राइल में अब तक 3 बड़े युद्ध हो चुके हैं। वर्ष-1967 के दूसरे युद्ध में इज़राइल को बड़ी कामयाबी मिली. वेस्ट बैंक, पूर्वी यरूशलम और गाजा पट्टी को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया. सीरिया-जॉर्डन की जमीनों पर कब्जा किया। इस युद्ध ने इजरायल और फिलिस्तीन दोनों के लिए चुनौतियों का एक नया सेट पेश किया।
यह वह दौर था जब इज़राइल ने वेस्ट बैंक से बचे हुए फिलिस्तीनियों को मारकर भगाया, उनके घरों को कब्जा लिया और बड़ी संख्या में लोगों की हत्याएं की. कमोबेश तीन लाख फिलिस्तीनियों को अपना घर-द्वार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। (What is Palestine And Israel Controversy)
इजराइल में मौजूदा समय में फिलिस्तीनी अरब की आबादी 16 लाख की है और उन्हें इजराइल का पासपोर्ट इस्तेमाल करना पड़ता है. 1948 के दौरान यहूदियों ने फिलिस्तीनियों के 530 गाँव को तबाह कर दिया था, और उनके ही घरों में रहने लगे।
पूर्वी यरुशलम जहाँ परअल-अक़्सा मस्जिद भी स्तिथ है, वहाँ बड़ी आबादी फ़िलिस्तीनियों की है, लेकिन इस भाग को वर्ष- 1967 के युद्ध में इज़राइल ने अपने क़ब्ज़े में ले लिया था। इसके बाद से ही मस्जिद अल-अक़्सा को लेकर भी यहूदियों ने अलग विवाद पैदा खड़ा कर दिया। (What is Palestine And Israel Controversy)
इज़राइल व फ़िलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (PLO) के बीच वर्ष-1993 में ओस्लो समझौता हुआ। इस बीच बवेस्ट बैंक व गाज़ा पट्टी में शान्ति स्थापित करने का भी प्रयास किया, लेकिन आज तक ये प्रयास बेनतीज़ा है।
हालाँकि शान्ति समझौते में येरूशलम की आखिरी स्थिति, सीमाओं, बस्तियों और फिलिस्तीनी शरणार्थियों की वापसी के अधिकार से जुड़े मुद्दे शामिल थे, लेकिन इस समझौते का कोई परिणाम तो नहीं निकला बल्कि आज स्तिथि और ज़्यादा बदतर हो गयी। (What is Palestine And Israel Controversy)
1987 से 1993 के दौरान बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन हुए. फिलिस्तीनियों की दुर्दशा पर दुनिया का ध्यान खींचने की कोशिश की गई. 2000 से 2005 के दौरान भी इस तरह की कोशिशें हुईं और इस दौरान भी बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन देखे गए लेकिन दुनिया खामोश रही।
मानवाधिकार संगठनों ने संसाधनों तक पहुँच आने जाने की आज़ादी, घरों को ध्वस्त करना व इज़रायली सुरक्षा बलों द्वारा फ़ोर्स के अधिक प्रयोग के विरुद्ध आवाज़ें उठी लेकिन दुनिया फ़िर भी मूकदर्शक बनी रही। (What is Palestine And Israel Controversy)
वर्ष- 1980 में, इज़राइल ने येरुसलम क़ानून पारित किया जिसमें दावा किया गया कि “येरुशलम, पूर्ण व एकजुट, इज़राइल की राजधानी है” यह अन्तर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन है। जिसमें कहा गया है कि 3 इब्राहीम धर्मों के लिये इसके महत्व की वजह से शहर UN (यूनाइटेड नेशन) के क़ब्ज़े में रहेगा।
हालाँकि इज़राइल येरुशलम को अपनी अविभाजित राजधानी होने का दावा करता है, लेकिन वाहन रहने वालों के लिये यह वास्तविक नहीं हो सकता। येरूशलेम के 140000 से ज्यादा फ़िलिस्तीनियों को 700 किलोमीटर लम्बी कंक्रीट की दीवार में बन्द कर दिया गया है। इस दीवार को इज़राइल ने 2002 से ही बना रहा था। (What is Palestine And Israel Controversy)
आज येरुशलम में कमोबेश 3.5 लाख यहूदी आबादी रह रही है। वहाँ 4500 अरब मुस्लिम हैं। इनके अलावा पूर्वी येरुशलम, जिस पर फ़िलिस्तीन का अधिकार है। इज़राइल ने 1967 में क़ब्ज़ाये और अभी यहाँ की आबादी में यहूदी अल्पसंख्यक में हैं। यहाँ पसर 3.45 लाख फ़िलिस्तीनी मुस्लिम हैं, और 2.2 लाख यहूदी हैं।
इस क्षेत्र में आये दिन तनाव की स्थिति पैदा होती रहती है। इज़राइली सेना की इन क्षेत्रों में बहुत ज़ियादती देखी जाती रही है। हाल ही में जेनिन शहर में इज़राइली सेना हवाई हमला किया था,ल। जिसके बाद हालात और अधिक बिगड़ गये। अल-अक़्सा मस्जिद परिसर में इज़राइली सेना का हमला हुआ। घुसपैठ और गोलीबारी हुई और बहुत से फ़िलिस्तीनियों की हत्यायें हुई।(What is Palestine And Israel Controversy)
इज़राइल व फ़िलिस्तीन अथॉरिटी के बीच एक समझौते में क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक को 3 क्षेत्रों A, B और C में विभाजित किया गया । क्षेत्र A फ़िलिस्तीन के क़ब्ज़े में है, जो कि कुल वेस्ट बैंक का 18% हिस्सा है। क्षेत्र B कुल वेस्ट बैंक का 22% हिस्सा है और इसको इज़राइली-फ़िलिस्तीनी संयुक्त रूप से कंट्रोल करते हैं, और फ़िलिस्तीन अथॉरिटी शिक्षा, स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था का मुद्दा देखता है। (What is Palestine And Israel Controversy)
वेस्ट बैंक का 60% भाग इज़राइल के क़ब्ज़े में हैं जहाँ क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक व पूर्वी येरुशलम में कम से कम 250 अवैध बस्तियों में 600.000 से 750.000 इज़रायली रहते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय क़ानून के अन्तर्गत यें इज़राइली बस्तियां अवैध हैं, जो कि यह 4थे जिनेवा कन्वेंशन का उल्लंघन करती हैं।
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