चीन में इस्लाम धर्म बढ़ेगा या घटेगा: Islam religion decrease or increase in China?
आये दिन मीडिया में चाइना के द्वारा मुसलमानों पर किए जा रहे अत्याचार की ख़बरें देखने को मिलती हैं लेकिन देखने में आया है कि दुनिया में जब-जब मुसलमानों की पर अत्याचार करने और उनकी आवाज़ को दबाने का काम हुआ है तब-तब ही दुनिया में इस्लाम धर्म और उभरकर आता है। ऐसा ही एक प्रकरण सामने आया है चीन से जहाँ एक व्यक्ति को इस्ला से इतनी मुहब्बत हुई कि उसने अपना धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म अपना लिया। Islam religion decrease or increase in China? जब उक्त व्यक्ति के घर वालों को इस बात का पता चला तो उन्होंने उसका पुरज़ोर विरोध किया, लेकिन जब वह नहीं माना तो उनके बाप ने उसके हाथ की उँगलियाँ काट दी। लेकिन दीन-ए-इस्लाम एक ऐसा मज़हब है जिस के दिल और दिमाग़ में दीन की मोहब्बत हो जाये वो फ़िर वह सिवाए ख़ुदा के और किसी से नहीं डरता।
1. एन्टी इस्लामिक ब्रेनवाश सेंटर या रि-एजुकेशनल स्कूल? एक रिपोर्ट के अनुसार चीन के शिनजियांग क्षेत्र में उइगर मुसलमानों के हालात इन दिनों बेहद ही ख़राब चल रहे हैं। यहाँ मुसलमानों को डिटेंशन सेंटरों में रखा गया है जहाँ इनका ब्रेनवाश कर इस्लाम धर्म से दूर रखने का प्रयास किया जा रहा है जबकि चाइना दुनिया के सामने बताता है कि “यें डिटेंशन सेंटर नहीं बल्कि री-एजुकेशन स्कूल हैं।”
Islam religion decrease or increase in China? इन दिनों चीन में उइगरों के साथ धर्म के नाम पर अत्याचार पराकाष्ठा पर है। यहाँ मुसलमानों से उनकी मज़हबी आज़ादी लगभग-लगभग छीनी जा चुकी है। पिछले दिनों चीन के डिटेंशन सैटरों की हक़ीक़त पर आधारित ऐसी बहुत सी ख़बरें दुनिया के सामने आयी जिनसे चीन की कम्युनिस्ट सरकार के दावों की पोल खुल चुकी है और दुनिया के सामने यह सच आ गया कि वास्तव में इन डिटेंशन सैटरों में मुसलमानों के ब्रेनवाश करने,औरतों से रेप करने सहित सभी प्रकार की यातनायें, अत्याचार और प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। (Islam religion decrease or increase in China?)
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चीन में इस ब्रेनवाश करने के मिशन में विशेषकर मुस्लिम औरतों के हालात इतने बदतर हो चुके हैं जो शब्दों में बयान नहीं किये जा सकते। चीन की कम्युनिस्ट सरकार दूसरे देशों को मानवीय हकों का ज्ञान देती है और अपने देश चीन में रहने वाले उइगर मुस्लिमों पर इतने बड़े पैमाने पर अत्यचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चीन में मुस्लिम औरतों के साथ दुष्कर्म करना एक आम सी बात हो गई है। Islam religion decrease or increase in China?

2. डिटेंशन सैटरों की स्थापना का उद्देश्य:
चाइना में कम्यूनिस्ट पार्टी की जिनपिंग सरकार ने वर्ष-2017 में इन डिटेंशन सैटरों की स्थापना की गई थी जिन में उईगर मुसलमानों के अलावा दूसरी मुस्लिम जन-जातियों के लोगों को बिना किसी कुसूर और बिना मुक़दमों के इन डिटेंशन सैटरों में लाया जाने लगा और आज की तारीख़ में इन सैटरों में लगभग 30 लाख उईगर मुस्लिम पुरुष और औरतें इन डिटेंशन सैटरों में क़ैद हैं जिन पर कम्युनिस्ट सरकार पूरे ज़ुल्मों सितम कर रही है। इन सैटरों में जहाँ ब्रेनवॉश करने के साथ-साथ मुस्लिम पुरूषों से कड़ा श्रम कराया जाता है तो वहीं मुस्लिम औरतों के साथ रेप करने और उनकी जबरन चीनी हान जनजाति के पुरुषों से शादियां करायी जाती हैं।

3. तुर्की के अलावा सभी इस्लामिक देश ख़ामोश क्यों?
हैरानी की बात है कि चीन में मुसलमानों के ख़िलाफ़ इतनी क्रूरतम से क्रूरतम घटनाएं हो रही हैं लेकिन तुर्की को छोड़कर दुनिया के सभी इस्लामिक देश इस मुद्दे पर बिल्कुल ही ख़ामोश बैठें हैं। इस मुद्दे पर तुर्की ने हाल ही में पहली बार चीन के विरुद्ध आवाज़ बुलन्द करते हुए कहा कि “चीन ने अपने देश के लाखों मुसलमानों को नज़रबन्दी शिविरों में बन्द कर रखा है।” तुर्की ने हाल ही में चाइना से तत्काल उन शिविरों को बन्द करने की मांग की है जहाँ रि-एजूकेशनल स्कूलों के नाम पर चीन मुस्लिमों का ब्रेनवाश कर इस्लामिक संस्कृति से दूर करने का प्रयास कर रहा है। Islam religion decrease or increase in China?

4. चीन रखता है उईगर मुस्लिमों पर GPS से नज़र:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ चीन की सरकार ने डिटेंशन सैंटरों से बाहर रह रहे सभी उईगर मुस्लिमों के घरों के पते,फोन नम्बर्स, फिंगरप्रिंट,आँखों के आइरिस के स्कैन और वॉइस सैम्पल तक का डेटा तैयार करने के साथ-साथ उनकी GPS के माध्यम से आवाजाही और उनके क्रिया कलापों पर भी नज़र रखी जाती है। शक होने पर पुलिस पूछताछ के लिए ले लाये हुए हज़ारों उईगर मुसलमान लापता बताये जा रहें हैं जिनके बारे में आज तक परिजनों को नहीं पता कि वो ज़िन्दा हैं या मारे जा चुके हैं। Islam religion decrease or increase in China?
5. इस मुद्दे पर चीन के समर्थन में खड़े हैं कई मुस्लिम देश भी:
चीन में मुसलमानों पर हो रहे इतने बड़े पैमाने पर अत्याचार के बावजूद भी पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, रूस,बेलारूस श्रीलंका, नेपाल और तुर्कमेनिस्तान इस मुद्दे पर चाइना के के समर्थन में खड़े हुए हैं तो वहीं थाईलैंड, मलेशिया व कम्बोडिया देशों ने चाइना के आह्वान पर उनके यहाँ शरण लिए हुए उईगर मुस्लिम लोगों को वापस चाइना भेज दिया था।
https://www.pbs.org/newshour/show/leaked-docs-give-inside-view-of-chinas-mass-detention-camps,
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