Woman Hasina Bhanu released from detention center- भारतीय होते हुए भी विदेशी क़रार दी गई महिला आयी डिटेंशन सेंटर से बाहर, कहा मुस्लिम होने की सज़ा मिली मुझे
गुवाहाटी:Woman Hasina Bhanu released from detention center
असम में गुवाहाटी हाईकोर्ट के आदेश के बाद विगत दो माह से डिटेंशन सेंटर में बन्द 55 वर्षीया हसीना भानु को डिटेंशन सेन्टर से रिहा कर दिया गया है। कल (गुरुवार) हाईकोर्ट ने ट्रिब्यूनल कोर्ट के निर्णय को बदलते हुए हसीना भानु को रिहा करने का आदेश दिया था जिसके बाद बीती रात हसीना भानु दो माह की क़ैद के बाद अपने घर वापस आ गई।
(Woman Hasina Bhanu released from detention center)
बता दें कि असम के दरंग जनपद निवासी मुस्लिम वृद्धा हसीना भानु बीते दो माह से तेज़पुर जेल के अन्दर बने एक डिटेंशन सेंटर में थी। दो माह से हसीना भानु को विदेशी ट्रिब्यूनल के निर्णय के आधार पर विदेशी क़रार देते हुए डिटेंशन सेंटर में रखा हुआ था। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इसी ट्रिब्यूनल कोर्ट ने वर्ष- 2016 में इसी महिला हसीना को भारतीय क़रार दिया था लेकिन वर्ष-2021 में ट्रिब्यूनल कोर्ट ने उसे विदेशी क़रार दे दिया था। अब गुवाहाटी हाईकोर्ट ने ट्रिब्यूनल कोर्ट के निर्णय को बदलते हुए हसीना भानु को रिहा करने का आदेश दिया। (Woman Hasina Bhanu released from detention center)
NDTV से बात करते हुए डिटेंशन सेंटर से बाहर आयी हसीना भानु ने कहा है कि “उन्हें उनके धर्म के आधार पर टारगेट किया गया।” हसीना ने कहा कि “जेल के अन्दर डिटेंशन सेंटर में उन्हें अत्यंत प्रताड़ित किया जाता था, वहाँ काफ़ी हिन्दू लोग भी थे और कई मु्स्लिम भी थे लेकिन मुझे लगता है कि मुझे मुस्लिम होने की वजह से ही निशाना बनाया गया है।”
Woman Hasina Bhanu released from detention center- अब हसीना भानु हाईकोर्ट के आदेश के बाद बहुत ख़ुश है। महिला कहती है कि “पहले ट्रिब्यूनल कोर्ट ने मुझे भारतीय बताया था लेकिन फ़िर उसी ट्रिब्यूनल कोर्ट ने मुझे विदेशी क़रार दे दिया था लेकिन अब मैं भारतीय साबित हो गई इसकी मुझे बेहद ख़ुशी है लेकिन मेरा सरकार से एक सवाल है कि आख़िर मुझे इतना परेशान क्यों किया गया?”